रेलवे के निजीकरण की संभावना ही नहीं: रेलमंत्री | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। इंटर मॉडल स्टेशन परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव शनिवार सुबह करीब नौ बजे काशी स्टेशन पहुंचे। उन्होंने प्लेटफार्म एक का निरीक्षण किया है। ओवरब्रिज पर लगाई गई इंटर मॉडल प्रोजेक्ट की डिजाइन देखी। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने उन्हें परियोजना के बारे में विस्तार से बताया। इसके बाद रेलमंत्री प्लेटफार्म नम्बर एक स्थित स्टेशन मास्टर कक्ष में गए। उन्होंने
स्टेशन अधीक्षक ओपी शर्मा और स्टेशन मास्टर जितेंद्र सिंह से ट्रेनों के परिचालन के बारे में जानकारी ली। इसके बाद एसएस ऑफिस में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने इंटर मॉडल प्रोजेक्ट में युवा अधिकारियों को जोड़ने और कार्य को समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण तरीक़े से कराने का निर्देश दिया। इसके बाद वह मालवीय पुल गए और अफसरों से उसकी जानकारी ली। उन्होंने पुल के वॉच टॉवर में हुए मरम्मत कार्य को देखा।
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि रेलवे के निजीकरण का सवाल ही नहीं है। बोले, सेमी हाईस्पीड ट्रेन वन्देभारत में स्लीपर कोच लगाने पर विचार चल रहा है। वाराणसी से नई दिल्ली के लिए बुलेट ट्रेन की परिकल्पना को साकार किया जाएगा। इसपर काम चल रहा है। रेलवे की ओर से वाराणसी में जो भी कार्य चल रहे हैं। उसमें काशी की पौराणिकता और धार्मिक महत्व का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रतिदिन 12 किलोमीटर पटरियां बिछा रही है। इसके बाद वह बीएचयू के शताब्दी भवन में होने वाले थिंक इंडिया नेशनल कन्वेंशन में भाग लेने के लिए चले गए। निरीक्षण के दौरान स्टाम्प पंजीयन एवं न्यायालय शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल, पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम अशोक कुमार मिश्र, बरेका की जीएम अंजली गोयल समेत अन्य अधिकारी रहे।
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