नया सवेरा नेटवर्क
टीडीपीजी कॉलेज में शोकसभा का किया गया आयोजन
जौनपुर। तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में समाजशास्त्र के पूर्व विभागाध्यक्ष एवं पूर्व अध्यक्ष वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय डॉ. अनिल प्रताप सिंह के दिवंगत होने पर शोक सभा का आयोजन किया गया। शोकसभा की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो. आलोक कुमार सिंह ने कहा कि डॉक्टर अनिल प्रताप सिंह बड़े ही मृदुभाषी और सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के वर्तमान अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार सिंह ने कहा कि डॉ. अनिल प्रताप सिंह शिक्षक राजनीति के महान पुरोधा थे, शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. हिमांशु सिंह ने कहा कि डॉ. अनिल प्रताप सिंह शिक्षक राजनीति के साथ-साथ एक अच्छे अध्यापक भी रहे। समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ.राजीव रतन सिंह ने कहा कि श्रद्धेय डॉ. अनिल प्रताप सिंह हमारे गुरु भी रहे और वह हमेशा विभाग में छोटे भाई की तरह स्नेह और प्यार दिया था। वे विभाग के विकास लिए हमेशा प्रयासरत रहते थे। उनके कार्यकाल में समाजशास्त्र विभाग में शोध पीठ एवं कई बड़ी संगोष्ठीयों का आयोजन हुआ था। समाजशास्त्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.हरिओम त्रिपाठी ने बताया कि डॉ. अनिल प्रताप सिंह का कार्यकाल महाविद्यालय में लगभग 38 वर्ष रहा। वे समन्वयवादी विचारधारा के पोषक थे, उन्होंने अपने जीवन में कभी किसी भी व्यक्ति के साथ कोई कटु व्यवहार नहीं किया, सरल और सहज स्वभाव के कारण पूरे उत्तर प्रदेश के समाजशास्त्र विषय मे उनकी एक अलग पहचान थी। शिक्षक हितों के लिए वह हमेशा महाविद्यालय से लेकर विश्वविद्यालय और प्रदेश स्तर तक शिक्षक हितों के लिए प्रयासरत रहते थे। तिलकधारी महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र देव पाठक ने कहा कि उनके अंदर एक बंधुवर प्रेम था। शोक सभा में समाजशास्त्र विभाग के डॉक्टर संतोष, डॉक्टर पूनम मिश्रा शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष डॉ. प्रदीप सिंह, प्रोफेसर वंदना दुबे, डॉ. सुमन सिंह डॉ. बीके तिवारी डॉ. देवव्रत मिश्र डॉक्टर सिद्धार्थ सिंह, डॉक्टर शैलेंद्र सिंह, रेनू सिंह, डॉक्टर माया सिंह, डॉक्टर ब्राजेंद्र सिंह, चंद्र प्रकाश गिरी आदि लोग उपस्थित रहे।
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