नया सवेरा नेटवर्क
गोरखपुर। जिले में डेंगू कहर बरपा रहा है। इसके मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। बुधवार को जिले में नौ नए मरीज मिले थे। गुरुवार को भी आठ नए मरीज मिले हैं। इसमें छह नगर निगम के और खोराबार व चौरीचौरा का एक-एक मरीज शामिल हैं।
इसके साथ ही जिले में डेंगू के मरीजों की कुल संख्या 177 हो गई है। जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि महानगर के नीना थापा इंटर कॉलेज के पास रहने वाली 37 वर्षीय महिला संक्रमित मिली हैं। इसके अलावा रामजानकी नगर कॉलोनी में डेंगू का एक और मामला सामने आया। यहां 28 वर्षीय महिला संक्रमित मिली है। मानस विहार में 37 वर्षीय पुरुष, मोहद्दीपुर में 58 वर्षीय पुरुष में डेंगू मिला है। रसूलपुर में एक 11 वर्षीय बालक डेंगू की चपेट में आ गया है।
एलाइजा जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है। तिवारीपुर में 27 वर्षीय महिला और चौरीचौरा में 38 वर्षीय पुरुष भी डेंगू की चपेट में है। इस समय जिले में मिले 177 मरीजों में से 112 शहरी क्षेत्र के हैं। जबकि 65 ग्रामीण क्षेत्र के निवासी हैं। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को चार घरों में लार्वा मिले हैं। इन घरों के स्वामियों को नोटिस दिया गया है। इसके साथ ही अब तक 137 घरों के स्वामियों को नोटिस दिया जा चुका। गुरुवार को 1254 स्थानों पर सोर्स रिडक्शन किया गया।
- संक्रामक रोग अस्पताल में तैयार होगा 20 बेड का वार्ड
डेंगू व संक्रामक रोग के मरीजों की भारी भीड़ से कराह रहे जिला अस्पताल के लिए राहत की खबर है। जिला अस्पताल को संक्रामक रोग अस्पताल अस्थाई तौर पर हैंडओवर किया जाएगा। यहां 20 बेड का वार्ड संचालित होगा। जिसमें उल्टी-दस्त के मरीज भर्ती किए जाएंगें। जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ. राजेन्द्र ठाकुर ने बताया कि अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई थी। ऐसे में प्रशासन से संक्रामक रोग अस्पताल की मांग की गई थी। गुरुवार को सीडीओ ने इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। जिला अस्पताल से संक्रामक रोगों के मरीजों को संक्रामक रोग अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। इस अस्पताल के संचालन के लिए डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टॉफ की मांग सीएमओ से की जाएगी।
- जिला अस्पताल में ब्लड सेपरेशन मशीन शुरू
जिला अस्पताल में ब्लड सेपरेशन मशीन शुरू हो गई। गुरुवार को इसकी मरम्मत का काम पूरा हो गया। इस मशीन के शुरू होने से अस्पताल के ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स का निर्माण शुरू हो सकेगा। यह जानकारी एसआईसी ने दी। उन्होंने बताया कि ब्लड सेपरेशन मशीन की मरम्मत का काम पूरा हो गया।
- प्लेटलेट्स की चिंता छोड़ें, शरीर में पानी न होने दें कम
जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि प्लेटलेट्स के लिए मरीज व तीमारदार बेवजह हायतौबा मचा रहे हैं। प्लेटलेट्स की जरूरत तब तक नहीं होती है जब तक ब्लीडिंग न हो। शरीर में स्वस्थ प्लेटलेट्स 10 से 15 हजार भी है तो कोई दिक्कत नहीं है। प्लेटलेट्स चढ़ाना जरुरी नहीं है। शरीर को डीहाइड्रेशन से बचाना सबसे जरुरी है। डेंगू बुखार में शरीर से पानी कम होने लगता है। शरीर में तरल पदार्थ का होना जरुरी है। पानी, नमक-पानी-चीनी का घोल, शिकंजी पीकर शरीर में पानी की कमी को पूरा करें।
- ठीक होने के बाद 48 घंटे महत्वपूर्ण
फिजिशियन डॉ. बीके सुमन ने बताया कि डेंगू से उबरने के बाद भी लापरवाही ठीक नहीं है। मर्ज ठीक होने के 48 घंटे तक शरीर को पानी की बहुत जरूरत होती है। ठीक होने के बाद तमाम लोग लापरवाह हो जाते हैं। जिसकी वजह से उनकी हालत बिगड़ जाती है। सबसे ज्यादा जरुरी है, शरीर को हाइड्रेट रखें। डेंगू के बचाव के लिए जरूरी है मच्छर से बचें। पूरी बाह वाली शर्ट पहने। मच्छरदानी का प्रयोग करें। आसपास पानी न जमने दें।
0 टिप्पणियाँ