बैठक में भाग लेते सीडीओ संग अन्य अधिकारीगण। |
नया सवेरा नेटवर्क
कृषि अवस्थापना निधि को लेकर हुई समीक्षा बैठक
जौनुपर। मुख्य विकास अधिकारी सार्इं तेजा सीलम की अध्यक्षता में विकास भवन के सभागार में कृषि अवस्थापना निधि (एआईएफ) के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में 16 सदस्यीय जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक मंगलवार को आयोजित की गयी। बैठक में सहायक आयुक्त एंव सहायक निबन्धक सहकारिता द्वारा निधि के सम्बन्ध में जारी शासनादेश/ दिशा निर्देश से सभी सम्बन्धित को अवगत कराया गया कि कृषि अवस्थापना निधि, पोस्ट हार्वेस्ट अवस्थापना विकास के लिए भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी स्कीम है जिसके अन्तर्गत पोस्ट हार्वेस्ट अवस्थापना का विकास कर कृषि उत्पादों की हानि को रोक कर किसानों की आय बढ़ाने में सहयोग प्राप्त होगा। इस योजना के अन्तर्गत मध्य- दीर्घकालीन ऋण सुविधा प्रदान की जाती है। योजनान्तर्गत इसमें रु पये 2 करोड़ की सीमा तक 3 प्रतिशत वार्षिक व्याज उपादान दिया जाता है साथ ही यह योजना ऋण गारन्टी योजना एंव एफपीओ प्रोत्साहन योजना से आच्छादित है। प्रदेश सरकार द्वारा आत्म निर्भर कृषक समन्वित विकास योजना अन्तर्गत 3 प्रतिशत अतिरिक्त व्याज उपादान दिया जाता है। इस प्रकार कुल ब्याज उपादान 6 प्रतिशत है। इस योजना की अनुदान अवधि अधिकतम 7 वर्ष है। योजना के अन्तर्गत कृषि उत्पादक विपणन समिति, कृषि उद्यमी, कृषक, एफपीओ, विपणन सहकारी समितियां प्रारम्भिक कृषि ऋण सहकारी समिति, पीसीडीएफ स्वयं सहायता समूह, बहुउद्देशिय सहकारी समिति, स्टार्टअप केन्द्र / स्थानीय निकायों द्वारा समर्थित पीपीपी परियोजनायें आवेदन कर सकते है एआईएफ योजना हेतु पोर्टल पर आवेदन किया जा सकता है। जिला उद्यान अधिकारी द्वारा योजनान्तर्गत लाभार्थियों के द्वारा प्रोजेक्ट स्थापित करने हेतु बैंक में आवेदन करने की बात कही गयी। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा योजना के क्रियान्वयन की अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की गयी तथा सभी सम्बन्धित अधिकारी यथा जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, महा प्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र, उपायुक्त राष्ट्रीय आजिविका मिशन को निर्देशित किया गया कि अधिक से अधिक लाभार्थियों / व्यक्तियों को योजना से आच्छादित कर लाभान्वित कराये। बैठक में सभी सम्बन्धित अधिकारियों के साथ-साथ कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) स्वयं सहायता समूह, उद्यमी, एनजीओ आदि द्वारा प्रतिभाग किया गया।
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