Jaunpur News: प्रतिज्ञा सैनिक स्कूल का शिलान्यास
जौनपुर। बछरावां थुलेंडी नौसेना दिवस पर युवा पीढ़ी तथा शिक्षा के समुन्नयन हेतु कृपालम् एजूकेशनल ट्रस्ट की ओर से 'प्रतिज्ञा सैनिक स्कूल' का शिलान्यास ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश तिवारी द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ। तत्पश्चात इस पावन अवसर पर आयोजित संगोष्ठी समारोह का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर पूजा, अर्चना एवं माल्यार्पण तथा प्रख्यात साहित्यकार अमर बहादुर सिंह अमर की वाणी वंदना से हुआ।
अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान के अध्यक्ष डॉ. शिवम् तिवारी ने कहा कि शिक्षा वह मेरुदंड है, जो जीवन के मानदण्डों को निर्धारित करके युवा पीढ़ी को संस्कारवान के साथ सफल जीवन हेतु सशक्त मार्ग प्रशस्त करती है। शिक्षण संस्थाओं को वर्तमान परिवेश व्यावहारिक बनाने की जरूरत है। डॉ. तिवारी ने कहा कि संस्थान का उद्देश्य धनार्जन के बजाय बदलते परिवेश युवाओं का सर्वांगीण विकास करना है।
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संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए पूर्व डीआईजी डा. तहसीलदार सिंह ने कहा की शिक्षा विकास की वह धुरी है, जिसके द्वारा शिक्षण संस्थाएं सामाजिक संरचना का खाका तैयार करती हैं। प्रतिज्ञा सैनिक स्कूल उसी कड़ी का एक अंग है, जो क्षेत्रीय स्तर पर छात्र-छात्राओं के भविष्य का मार्ग प्रशस्त कर मील का पत्थर साबित होगा। मुख्य अतिथि डीआईजी सी आई डी (उ. प्र.) ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान परिवेश में प्रतिज्ञा सैनिक स्कूल बच्चों के भविष्य को संवारने के साथ नैतिकता का समावेश कर उनके अन्दर असीम ऊर्जा का संचार करेगा।
विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक बृजेश सौरभ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रतिज्ञा सैनिक स्कूल क्षेत्रीय युवा पीढ़ी के साथ दूरदराज तक को भी अपनी सेवाएं देने का प्रयास करेगा। राजेश विक्रांत ने कहा कि एक न एक दिन यह प्रतिज्ञा सैनिक स्कूल देश-दुनिया में अपना नाम रोशन करेगा। समाजसेवी रत्नेश कुमार गौतम ने कहा कि प्रतिज्ञा सैनिक स्कूल की भूमिका छात्र-छात्राओं के बहुआयामी व्यक्तित्व निर्माण में अहम होगी।
इस संगोष्ठी में सब्बीर अहमद सूरी, अमर बहादुर सिंह अमर, अख्तर जायसी के साथ आल्हा सम्राट रामरथ पाण्डेय ने अपनी रसभरी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। शिलान्यास समारोह में ऑनरी कैप्टन लक्ष्मी प्रसाद, संजय मिश्र, अखिलेश कुमार पाण्डेय, डॉ. प्रवीण द्विवेदी, शुभम् तिवारी, अलंकार मिश्रा, चंद्रशेखर मिश्र, शैलेश द्विवेदी, गंगोत्री पाठक, शालिनी तिवारी, प्रवीण मिश्र, युधिष्ठिर पांडेय आदि की उपस्थिति संगोष्ठी का संचालन प्रख्यात साहित्यकार अनिल कुमार श्रीवास्तव लल्लू तथा आभार डॉ. अर्जुन पाण्डेय द्वारा किया गया।



