Bareilly News: राममंदिर के शिखर पर अब भव्य भगवा ध्वज लगाने की तैयारी
दीपोत्सव 2025 में 26.17 लाख दीप प्रज्ज्वलन का बना फिर नया विश्व रिकॉर्ड
निर्भय सक्सेना @ नया सवेरा
बरेली। भगवान श्रीराम की रामनगरी अयोध्या में अब 25 नवंबर को मंदिर के शिखर पर भव्य भगवा ध्वज को फहराने की दिशा में काम हो रहा है जिसमें संघ प्रमुख मोहन भगवान एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाकर बड़ा कार्यक्रम होना प्रस्तावित है। राम मंदिर में रामलला मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों का पत्थर लगाने का काम निर्माण एजेंसियां लगभग पूरा चुकी हैं। अब उस पर बचे हुए शेष कार्य अंतिम रूप देने में लगी हुई हैं। अब रामलला की मूर्ति स्थापना की तरह ही मंदिर शिखर पर 25 नवंबर 2025 को भगवा ध्वज लगाने को भी भव्य कार्यक्रम होने की संभावना बन रही है। और इसी दिशा में श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने कार्य भी शुरू किया है। मीडिया में आ रही जानकारी के अनुसार मंदिर के 161फिट ऊंचे शिखर पर 22 फुटी भगवा ध्वज लगाया जाना है ।इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं संघ प्रमुख मोहन भागवत भी आ सकते हैं। स्मरण रहे राम मंदिर का मिट्टी के दीप के झिलमिल प्रकाश वाला दीपोत्सव = 2025 का कार्यक्रम रविवार 19 अक्टूबर 2025 शाम देखने लायक रहा था। लेजर शो के अलावा बड़े बड़े पीतल के दीप से पंडितों ने आरती भी की। प्रभु राम की नगरी अयोध्या रोशनी दुल्हन की तरह सजी। मिट्टी के दीपों का झिलमिल प्रकाश सरयू नदी में अलग छठा बिखेर रहा था।इस वर्ष भी राममंदिर नगरी में दीप प्रज्ज्वलन का फिर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। राम मंदिर में भगवान रामलला स्थापना के दूसरे वर्ष एवं 9वां दीपोत्सव में राम की पैड़ी समेत सरयू तट पर बने 56 घाटों पर 26 लाख 17 हजार से अधिक मिट्टी के दीप जलाए जलाए गए। यू पी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने श्रीराम मंदिर में दीप जलाए। इसके बाद दीपोत्सव 2025 में राम की पैड़ी पर दीपक जलाना का क्रम शुरू हो गया। इसी श्रृंखला में 26 लाख 11 हजार 101 दीपक एक साथ जलाए गए। आसमान से ही ड्रोन से दीपों की गणना की गई। राम की पैड़ी पर लेजर लाइट शो का अद्भुत प्रदर्शन भी किया गया। रामनगरी अयोध्या में इसकी गणना में 26 लाख 17 हजार 215 दीप जलाने वाला आंकड़ा दर्ज हुआ। इसके साथ ही अपने बीते वर्ष वाले 25 लाख 12 हजार 585 को तोड़कर यह फिर दीप प्रज्ज्वलन का नया विश्व रिकॉर्ड बन गया। इसके अलावा पीतल के दीप से 2138 पंडितों ने आरती कर भी अपना पूर्व का रिकॉर्ड तोड़ा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दीपोत्सव 2025 के दौरान बनाए गए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के दोनों प्रमाण पत्र पुन प्राप्त किये।
श्रीरामनगरी अयोध्या इस बार सिर्फ दीपोत्सव मनाने के लिए नहीं, बल्कि अपने पुराने विश्व रिकॉर्ड तोड़ कर उसे अपडेट बनाने की तैयारी में भी पूरी तरह सजी हुई थी। सरयू नदी के तट पर लेजर और लाइट शो के साथ दीपोत्सव की शुरुआत हुई। पूरा सरयू घाट दीयों और रंग- बिरंगे झिलमिल प्रकाश से जगमगा रहा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले श्रीराम मंदिर पहुंचकर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के दर्शन-पूजन किए और फिर राम की पैड़ी पर श्रद्धा के दीप जलाए गए । मुख्यमंत्री ने मंदिर प्रांगण में आरती उतारी और श्रद्धालुओं का अभिवादन भी किया। रामनगरी अयोध्या इस दौरान प्रभु श्रीराम की भक्ति में ही लीन दिखी।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम मंदिर में पूजा के बाद मंदिर भवन और प्रांगण में दीप जलाकर भगवान श्रीराम के चरणों में नमन किया। इसके बाद उन्होंने राम की पैड़ी पर हजारों दीपों के बीच श्रद्धा का दीप प्रज्वलित किया। राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के समन्वयकों और छात्र- छात्राओं ने दीपोत्सव की भव्यता को मूर्त रूप दिया। सभी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में रामनगरी अयोध्या का गौरव फिर से जीवित हुआ है। विश्वविद्यालय के छात्रों ने राम की पैड़ी पर पारंपरिक चौक पूरन शैली में स्वास्तिक भी बनाया गया । दीपों से सजी कई आकर्षक कलाकृतियो से दीपोत्सव की सुंदरता और बढ़ गई। लोगों ने इन कलाकृतियों की सराहना की। इसके अलावा अयोध्या में भगवान राम मंदिर निर्माण का कार्य अंतिम दौर में है। इसमें मंदिर परिसर को 70 प्रतिशत भाग को हरा भरा बनाया गया है । श्री राम मंदिर पर अब तक 2150 करोड़ रुपए का संभावित व्यय होना आंका गया है। अब 25 नवंबर 2025 को मंदिर में पताका लगाने की योजना पर भी काम हो रहा है। श्रीराम मंदिर की 4 किलोमीटर लंबी एवं 8 मीटर ऊंची चहारदीवारी भी तेजी से बन रही है जो नवंबर में पूरी तैयार होनी है। भगवान श्री राम मंदिर मे पूर्व में रामलला के टाट वाले वैकल्पिक गर्भगृह को भी अब संरक्षित करने के लिए निर्माण कार्य का दायित्व श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से राम मंदिर का निर्माण करने वाली कंपनी लार्सन एंड टुब्रो को सौंपा गया है। लार्सन एंड टुब्रो ने टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स के पर्यवेक्षण में डेढ़ माह पूर्व ही इसका निर्माण भी प्रारंभ करा दिया था।
अब वैकल्पिक गर्भगृह का निर्माण कार्य भी अब तेज़ी से हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जहाँ रामलला को प्रतिष्ठित किया था, उस स्थल को भी सुरक्षित किया जा रहा है। राम मंदिर व पूरक मंदिरों का कार्य लगभग समाप्ति की ओर बढ़ने के साथ ही रामलला के वैकल्पिक गर्भगृह के निर्माण ने भी तेजी आई है। इसकी छत पर लगभग 14 स्तंभ निर्मित किए जाएंगे। इसे लकड़ी व अनब्रेकेबल ग्लास (नहीं टूटने वाला) से ढका जाएगा। इसी शीशे के माध्यम से रामजन्म भूमि परिसर में आने वाले श्रद्धालु अपने आराध्य से संबंधित स्थल का दर्शन कर सके। जहां राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ होने के बाद 25 मार्च 2020 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं रामलला को प्रतिष्ठित किया था। इसी कारण इसे सुरक्षित कराया जा रहा है। वैकल्पिक गर्भगृह के रूप में जाना जाने वाला यह स्थल राम जन्मभूमि परिसर में ही पुलिस चौकी व मंदिर के परकोटे के समीप स्थित है। मंदिर परिसर में बन रहे एक बड़ा सभागार एवं संग्रहालय भी अगले वर्ष 2026 में पूरा होगा। मंदिर परिसर में हरियाली एवं छाया को भी महत्व दिया गया है ।
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