जौनपुर पुलिस ने मुलायम यादव को किया गिरफ्तार, मुठभेड़ में अखिलेश यादव को मारी गोली
मुठभेड़ में बदमाश को लगी गोली, हुआ गिरफ्तार
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत थाना जलालपुर पुलिस और एसओजी स्वाट टीम को बीती रात बड़ी सफलता हाथ लगी। कुख्यात अपराधी अखिलेश यादव उर्फ नेता पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हो गया और मौके पर ही दबोच लिया गया। उसके कब्जे से तमंचा, कारतूस और नकदी भी बरामद हुआ। पुलिस के अनुसार प्रभारी निरीक्षक जलालपुर गजानन्द चौबे हमराह टीम के साथ त्रिलोचन बाजार पुलिस बूथ पर संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक प्रवीण यादव भी टीम के साथ पहुंचे। तभी मुखबिर ने सूचना दी कि अखिलेश यादव उर्फ नेता, जो हाल की एक पुलिस मुठभेड़ में फरार हो गया था, ककोरी-खालिसपुर की तरफ से नहर रोड होते हुए हाईवे की ओर जा रहा है और बनारस भागने की फिराक में है।
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सूचना पर दोनों पुलिस टीम तुरंत घेराबंदी कर हाईवे किनारे झाड़ियों में छिप गईं। कुछ ही देर बाद संदिग्ध युवक पैदल आता दिखाई दिया। पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो वह पीछे मुड़कर भागने लगा और खुद को घिरा देखकर पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मसमर्पण के लिए बार-बार कहा, लेकिन वह मानने के बजाय पुलिस को निशाना बनाकर गोलियां चलाने लगा। आत्मरक्षार्थ पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें अखिलेश यादव उर्फ नेता को गोली लगी और वह घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। गिरफ्तार बदमाश अखिलेश यादव उर्फ नेता पुत्र स्व. देवचन्द यादव निवासी कुसरना महादेवा थाना केराकत,जौनपुर का लंबा आपराधिक इतिहास है। उसके खिलाफ हत्या का प्रयास, लूट, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट, धोखाधड़ी, रंगदारी और आबकारी अधिनियम सहित करीब 17 से अधिक मुकदमे जनपद और आज़मगढ़ के विभिन्न थानों में दर्ज हैं।
महाकाल गैंग का सदस्य चढ़ा पुलिस के हत्थे
जौनपुर। थाना सरायख्वाजा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए महाकाल गैंग के वांछित आरोपी प्रीतम यादव उर्फ मुलायम यादव को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से गंडासा नुमा धारदार हथियार भी बरामद किया है। प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश यादव ने बताया मुखबिर से सूचना मिली थी कि मनोज कोटेदार पर हमले में शामिल आरोपी अपने साथियों संग नई वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इटौरी क्रॉसिंग के पास घेराबंदी कर पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस दौरान तीनों आरोपी भागने लगे, जिसमें से दो फरार हो गए जबकि प्रीतम यादव बाइक से गिरकर पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि वह महाकाल गैंग का सदस्य है और दुश्मनी होने पर पूरा गैंग एकजुट होकर वारदात करता है। उसने स्वीकार किया कि इटौरी और सिद्दीकपुर की घटनाओं में गैंग के सदस्य शामिल रहे। उसने अपने फरार साथियों के नाम मोहित यादव और प्रांजल यादव बताया जबकि अन्य सदस्यों में अनुराग यादव उर्फ पिंटू, राजगौरव श्रीवास्तव उर्फ लाला व ओमकार सिंह का नाम लिया। टीम में प्रभारी निरीक्षक के साथ उपनिरीक्षक गिरीश बल्लभ शुक्ला, सुनील कुमार वर्मा, सचिदानन्द यादव, उमेश कुमार व कांस्टेबल विनोद सिंह एवं कृष्णा यादव शामिल रहे।