Article: पड़ोसी से सीखना चाहिए

नया सवेरा नेटवर्क

हमारे बुजुर्ग कह गये हैं। पड़ोसी से सीखना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए।आपके आस पास का माहौल कैसा है।आपके घर का माहौल कैसा है।उसी हिसाब से निर्णय लेना चाहिए।जो सही समय पर निर्णय नहीं ले पाता उसका जीवन बरवाद हो जाता है।चाहे परिवार हो समाज हो देश हो,सब पर यही नियम लागू होता है।एक कहावत है,जब लोहा गरम हो तभी उस पर प्रहार करना चाहिए।तभी वह लोहा अपने मन मुताबिक बनाया जा सकता है।यदि लोहा ठंढा होने पर प्रहार किया जायेगा तो वह मन मुताबिक नहीं बनेगा। इसलिए काम समय पर होना चाहिए।कोई अनैतिक काम होने की यदि सम्भावना दिखाई दे तो,उसका होने तक जो इंतजार करता है।वह बहुत हानि को प्राप्त होता है।जो समय रहते और संज्ञान में आते ही उसे दबा देता है,वह बड़े दुख से पार पा जाता है।जैसे शरीर में जब गांठ बनती है तभी निकलवा दी जाय तो कैंसर जैसे भयानक रोग से बचा जा सकता है।यदि उस गांठ को एवाइड (टाला)जाता है तो वहीं कैंसर का जानलेवा रूप धारण कर लेता है।जो जन तन धन तीनों को बहुत क्षति पहुॅंचाता है। इसलिए सदैव हर कार्य समय से कर लेना चाहिए।अपने पड़ोसी का लड़का यदि गलत रास्ते पर चल रहा है तो अपने भी लड़के की सख्त ताड़बाजी करते रहना चाहिए।जिससे अपना लड़का गतल रास्ता न पकड़े।उसी तरह देश को भी चाहिए कि अपने पड़ोसी देश की स्थिति को समझते हुए अनवांछित बातें जो पड़ोसी देश में हो रही है,उस पर हर देश को गहराई से विचार कर अपने यहाॅं वही स्थिति न बने, इसलिए समय रहते उस अनवांछित स्थिति का दमन कर दे।उसी में भलाई है।आज हुआ कल सुधर जायेगा,जो देश जो परिवार यह सोचकर संज्ञान नहीं लेता वह देश वह परिवार दुख को प्राप्त होता है।

यह भी पढ़ें | Jaunpur News: आध्यात्मिक संतो और फिल्मी सितारों की उपस्थिति में सजी JIWO बाजार प्रदर्शनी 

     इस समय भारत के पड़ोसी देशों में बड़ी उथल पुथल मची है। श्रीलंका बांग्लादेश व अब नेपाल में एक ही तरह की स्थिति बनी।छात्र आंदोलन समझ कर वहाॅं की सरकारें आंख मूॅंदे रहीं।हालात यह हो गया कि वहाॅं की सरकारें उसका दुष्परिणाम भुगतीं। वहाॅं वहाॅं तख्तापलट हो गया।आज वहाॅं सब बेपटरी हो गया है।दुष्ट आत्माएं वहाॅं हावी हो गई हैं। जनजीवन अस्त-व्यस्त है।हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।जनता धीरे धीरे गुलामी की जंजीरों में जकड़ती जा रही है। आर्थिक विकास ठप पड़ गया है।उस देश की दुर्गति हो रही है। त्राहि त्राहि मची हुई है।

      भारत के हालात बहुत विषम है।यहाॅं दूषित मानसिकता वाले बहुतायत में हैं।आये दिन यहाॅं पाकिस्तान फिलिस्तीन के झंडे फहराए जाते हैं। पाकिस्तान फिलिस्तीन जिन्दाबाद के नारे लगाए जाते हैं।जेएनयू जैसे विश्वविद्यालय में आतंकी सरगनाओं की बरसी मनाई जाती है।अफजल हम शर्मिंदा हैं,तेरे कातिल जिंदा हैं और भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारे लगाए जाते हैं।ऐसी देशद्रोही मानसिकता वालों को देश से या दुनियां से बाहर निकालने की सख्त जरूरत है।यह कार्य जितनी जल्दी हो सके सरकार को कर लेना चाहिए।इसी में देश की व सरकार की भलाई है।इसे कल पर टालना न जनहित में है न देशहित में है और न ही सरकार के हित में है।देश को सुचारु रूप से चलाने के लिए यह आज समय की मांग है।अभी तक जितने देशों में तख्तापलट हुआ है,सबके सब धार्मिक राष्ट्र हैं,वहाॅं तख्तापलट करने वाले भी वही धर्मावलम्बी हैं।चाहे अफगानिस्तान हो, पाकिस्तान हो, बांग्लादेश हो, श्रीलंका हो,या नेपाल। लेकिन भारत बहुधर्मी राष्ट्र है।यहाॅं देश भक्ति की कम अन्य देशविरोधी मानसिकता वाले अधिक हैं।एक धर्म तो यहाॅं सदैव अलग ही राह पर चल रहा है।वह दिन रात इसी चक्कर में लगा है कि कब भारत को गजवा ए हिन्द घोषित करवा लूॅं।इसके लिए वह हर वो कार्य कर रहा है जो हिन्द व हिन्दू विरोधी हो।उसका साथ देने के लिए भाजपा को छोड़कर अन्य पार्टियां भी जी जान से लगी हैं।जिसका ज्वलंत प्रमाण हैं आतंकवादियों को बचाने के लिए सपा बसपा कमनिस्ट कांग्रेस आदि पार्टियां उनके पक्ष में हस्ताक्षर अभियान चलाईं।और आधी रात को अदालत खुलवाईं।हमारी अदालत भी विचित्र है।आम आदमी की सुनवाई के लिए समय निश्चित है। माननीय जज महोदय चाहे कुछ हो जाय ११बजे के पहले नहीं आयेंगे।और दो घंटे से अधिक समय नहीं देंगे। लेकिन आतंकवादियों के लिए हर समय प्रस्तुत हैं। इसलिए समय रहते सरकार को ऐसी देश विरोधी मानसिकता वालों पर नकेल कसनी चाहिए।इंडी गठबंधन के नेताओं के बयानों पर यदि गहनता से विचार किया जाय तो उनके कई नेताओं के बयान बांग्लादेश और नेपाल का समर्थन करते आ रहे हैं। बांग्लादेश में जब तख्तापलट हुआ था तब भी इंडी गठबंधन वाले सरकार को वैसी स्थिति के लिए धमका रहे थे।आज नेपाल में हुआ है तब धमका रहे हैं। सरकार को चाहिए कि ऐसे भड़काऊ बयान बहादुर नेताओं का मुसुक समय रहते चढ़ा दे। देशद्रोही घोषित कर सेलुलर जेल में बंद कर उनकी हेकड़ी निकाल दे।

       क्योंकि यहाॅं भी देशविरोधी मानसिकता सुलग रही है।वह ज्वाला बनकर भड़क उठे,उससे पहले ही उसे बुझा दे।यदि ऐसा नहीं करती है तो शायद नेपाल वाली स्थिति यहाॅं भी यहाॅं के सत्तालोलुप देशविरोधियों के साथ मिलकर पैदा कर दें। इसलिए अनर्गल बकवास करने वाले नेताओं पर लगाम लगाना आवश्यक है।इंडी गठबंधन वाले भी तख्तापलट की भरपूर कोशिश में लगे हैं।जिसका ज्वलंत प्रमाण है शाहीन बाग धरना व किसान आंदोलन। सरकार जितनी जल्दी यह बात समझ ले।उतना ही जनहित और देशहित में अच्छा होगा। पड़ोसी देशों से सीख लेते हुए सरकार को देशद्रोहियों के खिलाफ सख्त कदम उठाना उतना ही आवश्यक है,जितना जीने के लिए भोजन। कहीं ऐसा न हो जाय कि।

समय गये पुनि का पछताने।

का वर्षा जब कृषी सुखाने।।

पं.जमदग्निपुरी

प्रवेश प्रारम्भ-सत्र 2025-26 | निर्मला देवी फार्मेसी कॉलेज (AICTE, UPBTE, AKTU & PCI Approved) | Mob:- 9125018998, 9415234998 | नयनसन्ड, गौराबादशाहपुर, जौनपुर, उ0प्र0 | कोर्स - B. Pharma (Allopath), D. Pharma (Allopath) | द्विवर्षीय पाठ्यक्रम योग्यता, योग्यता - इण्टर (बायो/मैथ) And प्रवेश प्रारम्भ-सत्र 2025-26 | निर्मला देवी पॉलिटेक्निक कॉलेज | नयनसन्ड, गौराबादशाहपुर, जौनपुर, उप्र | ● इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग | ● इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग | ● सिविल इंजीनियरिंग | ● मैकेनिकल इंजीनियरिंग ऑटो मोबाइल | ● मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रोडक्शन | ITI अथवा 12 पास विद्यार्थी सीधे | द्वितीय वर्ष में प्रवेश प्राप्त करें। मो. 842397192, 9839449646 | छात्राओं की फीस रु. 20,000 प्रतिवर्ष | #NayaSaveraNetwork
विज्ञापन

वरिष्ठ भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह की तरफ से रक्षाबंधन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एवं स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Ad



नया सबेरा का चैनल JOIN करें