Azamgarh News : साइबर थाने ने वापस कराया 3 लाख रुपया, पीड़ित ने जताया आभार
साइबर सेल के विशेषज्ञ ओपी जायसवाल की रही अहम भूमिका
नया सवेरा नेटवर्क
आजमगढ़। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ हेमराज मीना के निर्देशन में साइबर अपराध व अपराधियों पर अंकुश एवं प्रभावी नियंत्रण बनाये रखने के लिए लगातार चलाये जा रहे अभियान के क्रम में रविवार को साइबर क्राइम थाना पुलिस टीम द्वारा पीड़ित के खाते में 3 लाख रुपया वापस कराया गया।
रिफंड कराने वाली टीम को लीड करने वाले साइबर थाना के निरीक्षक देवेन्द्र प्रताप सिंह एवं साइबर सेल के विशेष हे.का. ओपी जायसवाल ने संयुक्त रूप से बताया कि पीड़ित को एक टेलीग्राम ग्रुप में एक ट्रेडिंग ऐप के बारे में बताया गया जिसके माध्यम से आवेदक को लालच दिया गया कि उनके ट्रेडिंग ऐप में निवेश कर ट्रेड करने पर पैसे कई गुना बढ़ जाएंगे। पीड़ित लालच में आकर छोटा-छोटा पैसा लगाना शुरू किया जिस पर पीड़ित के पैसों में बढ़ोतरी होती दिखी जिसे देखकर आवेदक ने बड़ा निवेश किया उसके बाद फर्जी ट्रेडिंग ऐप बंद हो गया। पैसे वापसी के लिए आवेदक से चार्ज के रूप में और भी पैसों की मांग की जानें लगी जिस पर आवेदक को संदेह हुआ और आवेदक साइबर थाने आकर प्रार्थना पत्र दिये। साइबर क्राइम थाने में मु.अ.सं. 24/2024 धारा 419, 420 आइपीसी एवं 66सी एवं 66डी आईटी एक्ट पंजिकृत कर कार्रवाई प्रारंभ की गई।
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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद आजमगढ़ हेमराज मीना के आदेश के अनुपालन में अपर पुलिस अधीक्षक यातायात/नोडल अधिकारी साइबर क्राइम विवेक त्रिपाठी के निर्देशन में व क्षेत्राधिकारी सदर, अपराध श्रीमती आस्था जायसवाल के मार्गदर्शन में चलाये जा रहे अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक साइबर थाना देवेन्द्र प्रताप सिंह के व साइबर सेल के हे.का. ओमप्रकाश जायसवाल द्वारा साइबर थाने पर रजि. मु.अ.सं. 24/2024 के विवेचना के क्रम में वादी के खाते से फ्राड हुए धनराशि रुपया - 3 लाख वापस कराया गया। रिफंड कराने वाली टीम में साइबर थाना के का. एजाज खान भी शामिल रहे।
फर्जी ट्रेडिंग ऐप से सावधान रहें, जागरूकता संदेश
1. अधिक लाभ का लालच – धोखाधड़ी की पहली सीढ़ी : फर्जी ऐप्स आपको ट्रेडिंग में बहुत अधिक मुनाफा देने का वादा करते हैं। याद रखें – “जहां ज्यादा लालच, वहां ज्यादा धोखा।”
2. वैध ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को पहचानें: केवल SEBI (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) द्वारा रजिस्टर्ड ब्रोकर के माध्यम से ही निवेश करें। SEBI की वेबसाइट पर अधिकृत ब्रोकर की सूची उपलब्ध है।
3. सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप से मिली सलाह पर न करें निवेश: कई फ्रॉडर्स व्हाट्सएप, टेलीग्राम, फेसबुक ग्रुप बनाकर फर्जी निवेश योजनाएं चलाते हैं। ऐसे लिंक से ऐप डाउनलोड या पैसे ट्रांसफर न करें।
4. अपना पैसा और मेहनत की कमाई किसी फर्जी वादे के झांसे में आकर न गंवाएं।
साइबर अपराध की रिपोर्ट करें — Helpline 1930 या www.cybercrime.gov.in
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