Mumbai News: गीत-संग्रह गाँव तुम्हारे आऊंगा व कहानी लायनेश का हुआ लोकार्पण
नया सवेरा नेटवर्क
मुंबई। साहित्यिक और सांस्कृतिक संस्था कोशिश के मंच से वरिष्ठ गीतकार जनार्दन प्रसाद अष्ठाना पथिक के गीत-संग्रह "गाँव तुम्हारे आऊंगा "और वरिष्ठ लेखक और कवि रामजीत मिश्र का कहानी संग्रह ""लायनेश" का लोकार्पण हुआ। प्रो.आर.एन.सिंह ने दोनों कृतियों की सारगर्भित समीक्षा की। द्वितीय चरण में काव्य-गोष्ठी की शुरुआत टी यन जी इन्टरनेशनल स्कूल के हाल में प्रख्यात शायर अहमद निसार की अध्यक्षता में हुई। माँ सरस्वती की वंदना के पश्चात नंद लाल समीर की रचना--बागों में कोयलिया जब गाये गान/मनभावन सावन साजन संग आना/खूब पसंद की गई। रमेश चंद्र सेठ आशिक जौनपुरी का शेर--जब से तेरी नजर इधर न हुई/जिंदगी चैन से बसर न हुई/प्रेम की अबूझ प्यास जगा दिया ।अनिल कुमार उपाध्याय की क्षणिका--आँख के डाक्टर ने अपनी व्यथा यूं बताई/जो भी आया,आँखें दिखाई। गोष्ठी को रससिक्त कर गई। राजेश पांडेय की रचना--करेगा कैसे कोई सामना/हर शख्स कोशिश में/समाज को संवेदित कर गई। डाक्टर संजय सागर का शेर--आज ऐसे मिले हो तुम जाने जहाँ/बोझ दिल का मेरे सब उतर ही गया/रूमानियत से भरपूर लगा तो वहीं अमृत प्रकाश का शेर--कोई कैसे तुम्हारा नाम जाने/ये तुम जानो तुम्हरा काम जाने/खूब पसंद किया गया। अशोक मिश्र का गीत--जितनी बहने, उतने भाई/फिर क्यूं चुनरी डरी हुई है। सामाजिक विसंगति पर चोट कर गया।गिरीश कुमार गिरीश का मुक्तक---पूछता जमाना है आज नौनिहालों से/दोस्ती अंधेरों से,दुश्मनी उजालों से/तोड़ने की साजिश है,देश आज खतरे में/
बचना चाहिए हमको इन बुरे खयालों से/समय का सटीक विश्लेषण कर गया।
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प्रो.आर.एन.सिंह ने सवाल उठाया---क्या होगा मानवता का अब विकृत ये संसार हो गया।रामजीत मिश्र का शैर--रंजो अलम का नाम जुबां पर न लाइये/जो भी अता है उस पे शुक्रिया जताइये। संवेदित कर गया। सभाजीत द्विवेदी प्रखर का छंद---पारवती जौ न मार भगउती त गंगा कबौ गंगा धरती पै न अउती। गोष्ठी को हास्य व्यंग्य से आप्लावित कर दिया। शायर अहमद निसार का शेर मोहब्बतों के मुसाफिर अजाब तक पहुंचे तमाम उम्र चले और ख्वाब तक पहुंचे। प्रेम की पराकाष्ठा को छू गया। गोष्ठी में अंसार जौनपुरी,सुमति श्रीवास्तव, दमयंती सिंह,मोनिस जौनपुरी, ओ.पी.खरे,रूपेश साथी ने अपनी रचनाओं से भरपूर मनोरंजन किया।गोष्ठी मे जितेंद्र उपाध्याय पूर्व अध्यक्ष दीवानी अधिवक्ता संघ जौनपुर,प्रख्यात संचालक विपिनेश श्रीवास्तव,संजय सेठ अध्यक्ष जेब्रा जौनपुर इन्द्र जीत उपाध्याय संजय उपाध्याय अनुज मिश्र और उमा श्रीवास्तव व ममता श्रीवास्तव की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। संचालन जनार्दन प्रसाद प्रसाद अष्ठाना और आभार ज्ञापन गिरीश कुमार गिरीश ने किया।
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