Article: सरकार का ऑपरेशन कालनेमि- ढोंगी नकली पाखंडी साधु संतों में भारी हड़कंप
आध्यात्मिक आस्था की प्रतीक भारतीय देवभूमि पर आस्था पूजा श्रद्धा के नाम पर ठगी करने वाले नकली बाबाओं पर शिकंजा कसना ज़रूरी
आध्यात्मिक आस्था व देवभूमि की छवि धूमिल करने वाले पाखंडी ढोंगी नकली बाबाओं की सफ़ल धरपकड़-उत्तराखंड सरकार का कालनेमि ऑपरेशन सराहनीय-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
नया सवेरा नेटवर्क
साथियों बात अगर हम उत्तराखंड में ढोंगी बाबाओ को पकड़ने ऑपरेशन कालनेमि की करें तो, देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड की छवि को धूमिल करने वाले पाखंडी बाबाओं के खिलाफ उत्तराखंड सरकार द्वारा सख्त रुख़ अपनाया गया है, इसी के तहत ऑपरेशन कालनेमि के नाम से एक अभियान की शुरुआत की गई है,इस अभियान के अंतर्गत जो भी लोग नक़ली साधु बन कर या साधुओं की वेशभूषा अपनाकर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं।देवभूमि उत्तराखंड में पग-पग पर आध्यात्मिक स्थल हैं, उसके बाहर साधु-संत और बाबा भी मौजूद रहते हैं, इनमें से कई तो सच्चे साधु-संत हैं लेकिन कई फर्जी भी, इन फर्जी बाबाओं के पास ज्ञान तो ना के बराबर होता है लेकिन आडंबर पूरा,अब उत्तराखंड पुलिस ने ऐसे फर्जी बाबाओं को धर-पकड़ के लिए एक विशेष अभियान छेड़ा है, ऑपरेशन कालनेमि इस ऑपरेशन के तहत देहरादून में 25 फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार किया गया है ये सभी नकली साधु या बाबा आम लोगों को ठगने का काम कर रहे थे, पुलिस ने इन सभी लोगों को गिरफ्तार किया है,उन लोगों पर कठोर कार्रवाई करने के निर्देश राज्य सरकार ने दिए हैं, कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने ऐसे लोगों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन कालनेमि की शुरुआत थी,इसमें सभी जिले के सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने जिले में इस तरह के साधु-संतों का पेज धारण कर सड़क के किनारे या फिर गली मोहल्ले में घूमने वाले बाबो को भी चिन्हित कर पकड़े, इस अभियान पर कार्यवाही करते हुऐ दून पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस द्वारा चलाए गए विशेष चेकिंग अभियान के दौरान 25 ऐसे बाबाओं को हिरासत में लिया गया है, जो कि किसी प्रकार के संगठन से जुड़े हुए दस्तावेज़ नहीं प्रस्तुत कर सके,पुलिस को अंदेशा है कि साधु संन्यासियों का वेश अपनाकर कई मुजरिम भी आम जनमानस के बीच मौजूद हो सकते हैं जिसको ध्यान में रखते हुए इस अभियान को आगे भी जारी रखने की जरूरत है तथा इसे पूरे भारत में सभी राज्यों ने लागू करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पाखंड और अंधविश्वास के नाम पर जनता को गुमराह करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की धार्मिक, जातीय या पंथीय पहचान की परवाह किए बिना राज्य सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएगी और सख्त कदम उठाएगी, जनता से यह अपील गई गई है कि अगर उन्हें किसी भी फर्जी बाबा या ढोंगी के बारे में जानकारी हो, तो तुरंत प्रशासन को इसकी जानकारी दें, ताकि उनके विरुद्ध सख्त कदम उठाए जा सकें,सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पाखंड और अंधविश्वास के नाम पर जनता को गुमराह करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाए,उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की धार्मिक, जातीय या पंथीय पहचान की परवाह किए बिना राज्य सरकार जीरो टॉलरेंस की नीतिअपनाएगी और सख्त कदम उठाएगी,जनता से यह अपील गई गई है कि अगर उन्हें किसी भी फर्जी बाबा या ढोंगी के बारे में जानकारी हो, तो तुरंत प्रशासन को इसकी जानकारी दें, ताकि उनके विरुद्ध सख्त कदम उठाए जा सकें।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि सरकार का ऑपरेशन कालनेमि- ढोंगी नकली पाखंडी साधु संतों में भारी हड़कंप- सभी राज्यों ने इसका संज्ञान लेना समय की मांग,आध्यात्मिक आस्था की प्रतीक भारतीय देवभूमि पर आस्था पूजा श्रद्धा के नाम पर ठगी करने वाले नकली बाबाओं पर शिकंजा कसना ज़रूरी, आध्यात्मिक आस्था व देवभूमि की छवि धूमिल करने वाले पाखंडी ढोंगी नकली बाबाओं की सफ़ल धरपकड़-उत्तराखंड सरकार का कालनेमि ऑपरेशन सराहनीय है।
-संकलनकर्ता लेखक-क़र विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय लेखक चिंतक कवि संगीत माध्यम सीए (एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र 9359653465
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