Jaunpur News: चंदेल वंश की कुल देवी माँ मनिया देवी मंदिर का निर्माण बना चर्चा का विषय | Naya Sabera Network
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। खपरहा तालुका चंदेल वंश की आस्था का प्रतीक माँ मनिया देवी का मंदिर अब नए रूप में श्रद्धालुओं के सामने आने को तैयार है। खपरहा तालुका में स्थित इस पौराणिक मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूर्णता की ओर है और इसकी भव्यता ने स्थानीय लोगों के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में भी चर्चा का केंद्र बना दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि सांस्कृतिक और पारिवारिक एकता का प्रतीक भी है। मंदिर का निर्माण चंदेल वंश के लोगों द्वारा सामूहिक सहयोग से किया गया है, जिसमें स्थानीय कारीगरों ने बारीकी से शिल्पकारी का प्रदर्शन किया है।
भव्य प्रवेश द्वार, सुंदर शिखर, और कलात्मक मूर्तियों से सजा यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र बन गया है। साथ ही, यहाँ नियमित पूजन-अर्चन, हवन और भंडारे की व्यवस्था भी की जा रही है। ग्रामीणों का मानना है कि माँ मनिया देवी का यह मंदिर पूरे क्षेत्र के लिए आशीर्वाद का केंद्र बनेगा और यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को मानसिक शांति एवं आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होगी।
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इस मंदिर के पूर्णतः तैयार होने के उपलक्ष्य में दिनांक 29 से आज दिनांक दिनांक 31 मई को भव्य प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव एवं महाप्रसाद का आयोजन लगभग दस हज़ार लोगो की व्यवस्था किया गया एवं भव्य कलश यात्रा का आयोजन भी किया गया दूर-दराज़ से भारी संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने से कार्य क्रम में चार चाँद लग गया
यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि खपरहा तालुका की सांस्कृतिक विरासत को भी सजीव करता है। ककोहिया के निवासी बाबू प्रमोद सिंह ने अवगत कराया कि इस मंदिर के निर्माण में पूरे चंदेल परिवार के सहयोग एवम पूर्व सांसद चंदेल शिरोमणी माननीय धनंजय सिंह जी के निर्देशन मे संपन्न हुआ है। माँ मानिया देवी जी के निर्माण के सभी सदस्यों के अथक परिश्रम से और पूरे चंदेल परिवार के सहयोग से जिसमें सब का नाम तो लिखना बहुत बड़ा लेख हो जाएगा लेकिन सदस्यों का नाम इस प्रकार है जगदीश प्रसाद सिंह, आशुतोष सिंह, रवींद्र सिंह, रामजीत सिंह, बीरेंद्र सिंह, बिपिन सिंह, सुनील सिंह, रिंकू सिंह, डॉ. सुधीर सिंह, ओमप्रकाश सिंह, पिंटू सिंह, गौरीसंकर सिंह आजमगड़, संतोष वगैरह लोगो बहुत का सराहनीय प्रयास से सम्पूर्ण कार्य संपन्न हुआ।
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