Jaunpur News: 5 वर्ष से एक ही समस्या से जूझ रहा कम्पोजिट विद्यालय पचहटिया | Naya Sabera Network
विद्यालय में आता है गंदा पानी, शिकायत कर-करके थक गईं हेडमास्टर
बीएसए ने कहा - मामला संज्ञान में, जल्द होगा समाधान
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार परिषदीय विद्यालयों को बेहतर बनाने की हरसंभव कोशिश कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ शहर क्षेत्र के धर्मापुर पंचहटिया का कम्पोजिट विद्यालय विगत 5 वर्षों से अपनी समस्याओं को लेकर आज भी जूझ रहा है। विद्यालय की प्रधानाध्यापक अर्चना रानी ने बताया कि विद्यालय के पीछे एक बड़ा तालाबनुमा गड्ढा है, जिसमें पूरे गांव का कचरा फेंका जाता है। यह कचरा सड़कर दुर्गंध उत्पन्न करता है और संक्रामक बीमारियों का कारण बन रहा है। इस संबंध में उन्होंने 13 मार्च 2020 से मार्च 2025 तक समय-समय पर अधिशासी अधिकारी नगर पालिका जौनपुर को पत्र भेजकर साफ-सफाई के लिए प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यहां तक की बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी इस बात की जानकारी है। उनका कहना है कि मुख्य विकास अधिकारी भी इस मामले को जानते हैं। इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है और पूरे 5 वर्ष बीत गए। सवाल यह उठता है कि क्या यही समस्या बीएसए कार्यालय के पास होती तो आज भी वही स्थिति होती? क्या तब साफ-सफाई या कोई विकल्प नहीं निकाला जाता? आखिर दूसरे के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है? आखिर जब बच्चे बीमार होने लगेंगे तभी विभाग जागेगा? यह विभागीय लापरवाही का सबसे बड़ा उदाहरण है।
यह भी पढ़ें | Jaunpur News: खण्ड शिक्षा अधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर स्कूल चलो अभियान का किया शुभारंभ | Naya Sabera Network
हमेशा बना रहता है संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा
प्रधानाध्यापक अर्चना रानी ने ईओ को दिए अपने पत्र में कहा है कि उस गड्ढे में अत्यधिक गंदगी एवं जलभराव होता रहता है। बारिश के दौरान तालाबनुमा गड्ढे का गंदा पानी विद्यालय में भर जाता है। जलभराव के कारण मच्छर, मक्खियां और अन्य हानिकारक जीवों की संख्या बढ़ गई है, जिससे मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड एवं अन्य संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा है। परिसर में अत्यधिक बदबू रहती है, जिससे छात्रों एवं शिक्षकों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
यह भी पढ़ें | Jaunpur News: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेलवार (पढ़ुवा) से नदारत रहते हैं स्वास्थ्य कर्मचारी | Naya Sabera Network
बच्चे, शिक्षक दोनों हो रहे बीमार
प्रधानाध्यापक अर्चना रानी ने बताया कि गंदगी के कारण विद्यालय में छात्रों को खांसी, बुखार, त्वचा संबंधी एलर्जी, फंगल संक्रमण एवं पेट संबंधी बीमारियां हो रही हैं। विद्यालय के कई शिक्षकों को बार-बार अस्वस्थता एवं संक्रमण जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कुछ अभिभावकों ने शिकायत की है कि गंदगी और अस्वच्छता के कारण उनके बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। स्वच्छता न होने से शौचालय का सेफ्टी टैंक पूरी तरह से जाम हो गया है जिससे छात्रों एवं शिक्षकों को असुविधा हो रही है। विद्यालय में सफाईकर्मी उपलब्ध न होने के कारण शौचालय की सफाई नियमित रूप से नहीं हो पा रही है, जिससे बदबू एवं गंदगी बढ़ गई है।
यह भी पढ़ें | Jaunpur News: नारी और कलश दोनों शक्ति का प्रतीक | Naya Sabera Network
बार-बार शिकायत के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
प्रधानाध्यापक अर्चना रानी ने नगर पालिका प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि बार-बार शिकायत करने के बाद भी सफाई नहीं हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि विद्यालय भवन जर्जर हो गया है और दीवार में दरारें पड़ गई हैं। विद्यार्थियों की जान का खतरा बना हुआ है। किसी भी समय अप्रिय घटना घट सकती है। इस प्रकार से शिक्षा प्रदान करने वाले शिक्षक और शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों, बच्चों की जान माल की सुरक्षा होना अति आवश्यक है।
यह भी पढ़ें | Jaunpur News: सो रही युवती से दुष्कर्म का प्रयास | Naya Sabera Network
जल्द ही होगा समस्या का समाधान
इस संबंध में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी जौनपुर डॉ. गोरखनाथ पटेल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में हैं। दरअसल शहरी क्षेत्र में विद्यालय होने से सड़कें और आस-पास निर्माणस्थल ऊंचा होता गया और विद्यालय नीचे हो गया है। इस वजह से समस्याएं हो रही हैं। मामला सीडीओ साहब के संज्ञान में भी है। जल्द ही समस्या का समाधान होगा। जब उनसे पूछा गया कि मामला 5 साल से चल रहा है। अगर विद्यालय नीचे हो गया है तो क्या कोई योजना नहीं है जिससे विद्यालय का कायाकल्प करके उसे ठीक कराया जाए तो उन्होंने कहा कि योजना है, जल्द ही समाधान होगा।