Jaunpur News: विंडों पर नहीं, चाय की दुकान पर मिलता है रेलवे का टिकट | Naya Sabera Network
- चार गुना दाम देकर मजबूरी में टिकट ले रहे यात्री
- भारतीय रेलवे की व्यवस्था पर उठ रहे सवाल, दलाल सक्रिय
अंकित जायसवाल/इजहार हुसैन @ नया सवेरा
Jaunpur News: जौनपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'उड़ान' की शुरुआत करते हुए कहा था कि वह 'हवाई चप्पल' पहनने वाले लोगों को भी हवाई यात्रा करते देखना चाहते हैं। तब से आम नागरिकों ने भी सपने देखना शुरू कर दिया था लेकिन उसे तो रेल की भी यात्रा करने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। भारतीय रेलवे तो आम नागरिकों के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है, लेकिन जौनपुर जंक्शन पर कमियों का भंडार है। यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों को रिजर्वेशन टिकट नहीं मिल रहा है। मजे की बात तो यह है कि जफराबाद समेत शहर के कई इलाकों में चाय की दुकान, फोटो स्टेट की दुकान, मोबाइल शॉप समेत टिकट निकालने वाले एजेंट के पास टिकट मिल जा रहा है। बशर्ते इसके लिए आपको जेब ढिली करनी पड़ेगी।
- लंबी वेटिंग लिस्ट से यात्री हलाकान
एक यात्री ने बताया कि उसे 17 मई को रतलाम जाना था। वाराणसी-ओखा ट्रेन में 17 मई के लिए लंबी वेटिंग लिस्ट है। स्लीपर में 83 आरएसी है, सेकेंड एसी में 38 और थर्ड एसी में 36 वेटिंग है। वहीं मुंबई की यात्रा के लिए शाहगंज से जौनपुर जंक्शन स्टेशन पर टिकट लेने पहुंचे शकील ने बताया कि परिवार में 6 टिकट हम लोगों ने पहले ही निकाल लिया था। 12 मई को सब जा रहे है। अब दो और लोगों का टिकट चाहिए तो उसके लिए सुबह 8 बजे आया था। विंडो खुलते ही 242 वेटिंग मिली। मजबूरी में 2 वेटिंग टिकट लेना पड़ा।
- 610 रुपए का टिकट 2400 से 2500 में
इसी तरह जौनपुर से अहमदाबाद के लिए भी टिकट की मारामारी है। यहां के लिए भी विंडो से टिकट नहीं मिल पा रहा है। यात्रियों को टिकट के लिए एजेंट, दलालों पर निर्भर होना पड़ रहा है। उदाहरण के लिए जफराबाद से लोकमान्य तिलक टर्मिनस के लिए गोदान एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास की 610 रुपए की टिकट को 2400 से 2500 रुपए दलालों को देना पड़ रहा है।
- बंद मिला स्टेशन अधीक्षक का कार्यालय
जौनपुर जंक्शन पर जब स्टेशन अधीक्षक उदय कुमार सिंह से मिलने का प्रयास किया गया तो मौके पर उनका कार्यालय पर ताला लटका मिला। बगल में मुख्य वाणिज्य पर्यवेक्षक के कार्यालय में भी ताला लटका मिला। जब स्टेशन के एक स्टाफ से पूछा गया तो उन्होंने स्टेशन अधीक्षक से बात की तो उन्होंने कहीं और का पता बता दिया। फिलहाल स्टेशन अधीक्षक से मुलाकात नहीं हो पायी।
- पूछताछ केंद्र का अता-पता नहीं
जौनपुर जंक्शन के मुख्य गेट पर पहुंचते ही अंदर प्रवेश करने के बाद दाएं हाथ पूछताछ केंद्र हुआ करता था, लेकिन इन दिनों वहां पर न तो पूछताछ केंद्र लिखा हुआ है और न ही कोई वहां पर बैठा था, बल्कि उसके पास लोग यात्री सोते, बैठे नजर आए तथा लोगों का यह भी कहना है कि अभी तो गर्मी की छुट्टियां बची ही हुई है, अभी टिकट नहीं मिल रहा है तथा वेटिंग लिस्ट से सभी को हलाकान होना पड़ रहा है तो गर्मी की छुट्टियों में स्थिति और भी भयावह हो जाएगी।
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