Panchang: माघ कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि, दिन का शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय | Naya Savera Network
नया सवेरा नेटवर्क
🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞
⛅दिनांक - 25 जनवरी 2025
⛅दिन - शनिवार
⛅विक्रम संवत् - 2081
⛅अयन - उत्तरायण
⛅ऋतु - शिशिर
⛅मास - माघ
⛅पक्ष - कृष्ण
⛅तिथि - एकादशी रात्रि 08:31 तक तत्पश्चात द्वादशी
⛅नक्षत्र - ज्येष्ठा पूर्ण रात्रि तक
⛅योग - ध्रुव प्रातः 04:38 जनवरी 26 तक, तत्पश्चात व्याघात
⛅राहु काल - सुबह 10:07 से सुबह 11:30 तक
⛅सूर्योदय - 07:25
⛅सूर्यास्त - 06:18
⛅दिशा शूल - पूर्व दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 05:38 से 06:30 तक
⛅अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:30 से दोपहर 01:14 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:26 जनवरी 26 से रात्रि 01:18 जनवरी 26 तक
⛅व्रत पर्व विवरण - षट्तिला एकादशी
⛅विशेष - एकादशी को शिम्बी (सेम) खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🚩☀️अनेक बीमारियो पे असरदार : संतकृपा चूर्ण☀️🚩
🌺🌿संतों की कृपा से बनाई गई एक चमत्कारिक औषधि है ।
🌺🌿 जहां पर दवाई काम नहीं करती वहां पर संतकृपा चूर्ण बहुत ही कारगर सिद्ध हुआ है ।
🚩☀️संतकृपा चूर्ण सामग्री [Ingredients]
• आँवला
• तुलसी
• हरड़
• काला नमक
🚩☀️संतकृपा चूर्ण फ़ायदे:
🌺🌿 संतकृपा चूर्ण संतों द्वारा अनुभूत, स्वास्थ्य व उर्जाप्रदायक, पाचक व रोगनाशक अद्भुत योग है।
🌺🌿 यह भूख को बढ़ाने वाला, रुचिकर, भोजन पचाने में सहायक, कृमिनाशक एवं हृदय के लिए हितकर अनुभूत रामबाण योग है।
🌺🌿 इसके नियमित सेवन से पाचनशक्ति सबल होकर शरीर स्वस्थ, मजबूत व उर्जावान बनता है।
🌺🌿 चेहरे में निखार आता है। रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ती है।
🌺🌿 थकान दूर होकर प्रसन्नता एवं स्फूर्ति बढ़ती है।
🌺🌿 रक्त की शुद्धि होने से त्वचा की कांति बढ़ाने में भी सहायक है।
🌺🌿 मोटापा, मधुमेह, कैंसर, हृदय की रक्तवाहिनियों का अवरोध, उच्च रक्तचाप, रक्त में वसा का बढ़ना आदि बीमारियों में संतकृपा चूर्ण बहुत अधिक लाभदायी है।
🌺🌿 यह जीर्ण कोशिकाओं को पुनः नवजीवन देता है । स्वस्थ्य व्यक्ति यदि इसका सेवन करता रहे तो निरोगी रहने में मदद मिलती है, उसकी रोगप्रतिकारक क्षमता पुष्ट होगी अतः इसे रसायन कहा जाता है । इसके सेवन से रक्तवाहिनियों की कार्यक्षमता बनी रहती है, जिससे वृद्धावस्था के लक्षण देरी से प्रकट होते हैं।
🌺🌿 यह अमाशय, मष्तिस्क व हृदय को बल देता है। लीवर की क्रिया को व्यवस्थित करने वाला है ।
🌺🌿उल्टी ,जी मिचलाना, आफरा, कब्ज़, आदि पाचन सम्बंधित तकलीफ़ों में लाभदायी है।
🌺🌿इसमें पाए जाने वाले घटक द्रव्यों के कैंसररोधक विशेष गुण है, जिसके कारण यह कैंसर से रक्षा करने में सहायक है।
🌺🌿इसमें पाए जाने वाले एंटी हिस्टामिन के कारण यह एलर्जी के कारण होने वाले सर्दी-जुकाम, छींक आना आदि प्रतिक्रिया का शमन करता है।
🚩☀️संतकृपा चूर्ण कैसे सेवन करे ☀️🚩
♦️1 चम्मच चूर्ण दिन में दो बार 1 गिलास गुनगुने पानी के साथ
♦️अथवा 1 चम्मच चूर्ण + शहद + 10 मिली नींबू का रस । (खुराक व्यक्तियों की उम्र, वजन और बीमारी पर निर्भर करता है ) या चिकित्सक द्वारा निर्देशित।
🚩☀️सावधानी : दवा लेने के 2 घंटे पहले और 2 घंटे बाद तक दूध का सेवन ना करें।
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🚩 " ll जय श्री राम ll " 🚩