#JaunpurNews : दे 'कालजयी' बन कालजयी हे नारायण! तुम चले गए : मानसहंस प्रोफेसर आरपी ओझा | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। कलेक्ट्रेट गेट के सामने पंडित चन्द्रेश मिश्र पीठ के नाम से विख्यात एक स्थान है जहाँ पर हर क्षेत्र के माहिर लोगों का नियमित रूप से जमावड़ा होता है। विद्वतजनों की उपस्थिति पीठ को गरिमा प्रदान करती है और जनपद जौनपुर में एक विशेष महत्व रखती है।पीठ पर आज विभिन्न विषयों की चर्चा के बाद राजा श्रीकृष्णदत्त पीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर आरपी ओझा का काव्य पाठ हुआ।इस काव्यपाठ में ओझा जी ने अपनी रचना ' भावोद्यान कविता-संग्रह ' से सुप्रसिद्ध रचनाकार महाकवि पं.रूपनारायण त्रिपाठी के सम्मान में काव्यपाठ किया। महाकवि की रचनाओं,लोकगीतों में उनके योगदान एवं जीवनवृत्त को एक माला में पिरोकर प्रोफेसर ओझा ने सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। ज्ञात हो कि रूपनारायण त्रिपाठी कृति कालजयी शीर्षक महाकाव्य हिन्दी साहित्य की अनुपम धरोहर है।