Health : स्वाध्याय एवं 'विचार शक्ति' के साथ समय-समय का सम्मान करते हुए ये मेरे अपने विचार: विजय मेहंदी | Naya Savera Network
बिंदु 👇
➡️ (1)- शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता को विकसित करने के उपाय----
➡(2)- प्रतिदिन हमें विटामिन-C (एस्कार्बिक एसिड) युक्त प्राकृतिक खाद्य पदार्थों (जैसे-
नींबू, आंवला सहित सभी सिट्रस फलों) का सेवन अवश्य करना चाहिए,क्योंकी प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने में इस विटामिन की भूमिका प्रमुख होती है।
➡️ (3)-
अदरक,लहसुन,शुद्ध हल्दी,काली मिर्च,मधु,तुलसी,अजवायन का उपयुक्त रूप से नित सेवन भी इसमें कारगर होता है।-- --
➡(4)-;प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों( जैसे-सभी प्रकार की दालें,सेम,सोयाबीन,दूध एवं अन्य दुग्धजन्य पदार्थ,मांसाहार में मांस, मछली,अण्डे का सेवन मौलिक रूप से आवश्यक होता है, चूंकी हमारे शरीर में रोगाणुओं से लड़ने के लिए जो स्पेसिफिक एंटीबॉडी तैयार होती है उसके लिए प्रोटीन कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल होता है।
➡(5)- हरी साग-सब्जियों का सेवन नित नियमित करना चाहिए।
➡(6)- नित-नियमित योगाभ्यास,मोर्निंग वाक,उम्र के लिहाज से भरपूर निद्रा की आपूर्ति आदि भी प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत करने के लिए आवश्यक होते हैं।
इन क्रियाओं से हमारे शरीर का immune system(रोग प्रतिरोधी तंत्र)
सक्रिय होता रहता है।
➡(7)- नितनियमित रोज सुबह खाली पेट 700ml गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए।
- सावधानियां-
(8)- जितना हो सके कम से कम शीतपेय(Cold drink) का सेवन करना चाहिए।
(9)- औचक ताप परिवर्तन (Temperature Variation) से बचना चाहिए।
(10)- रसोईं घर पूरी तरह से चूहा, झेंगुर,छछुन्दर, छिपकलीआदि से मुक्त होना चाहिए।
(11)- साफ-सफाई, स्वक्षता का महत्व तो सर्वस्थानों पर सर्वोपरि है।
(12)- स्वक्ष पेय जल का सेवन होना चाहिए आदि।
(स्वास्थ्य गया तो सब गया, धन-दौलत का खेल)
सादर धन्यवाद🙏
✍"Vijay Mehandi"
(Poet &Teacher), Jaunpur(UP)