बरसठी विवेक हत्याकांड LIVE : बीडीसी के बेटे की हत्या मामले में लाश पहुंचते ही मचा बवाल, जमकर बरसाए गए पत्थर | #NayaSaveraNetwork

  • सीओ, एसपी आरए समेत आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल
  • बरसठी थाना क्षेत्र का मामला
  • एसपी जौनपुर ने संभाली कमान, छोड़े गए आंसू गैस के गोले
  • शव को भेजा गया श्मशान, स्थिति नियंत्रण में : एसपी जौनपुर
  • 5 से ज्यादा लोग हिरासत में, सर्च ऑपरेशन जारी


चेतन सिंह
बरसठी, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के जमुनीपुर (मंगरमु) गांव में बीडीसी के पुत्र विवेक का शव बुधवार की रात में घर पहुंचे ही गांव में कोहराम मच गया। इसी बीच स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई जब पता चला कि आरोपियों की गिरफ्तारी तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा तो इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। मौके पर सीओ मड़ियाहूं, सीओ मछलीशहर समेत भारी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंच गया। रातभर पंचायत चली लेकिन नतीजा शून्य रहा। गुरुवार को भी शव का अंतिम संस्कार कराने के लिए पुलिस मान-मनौव्वल करती रही, लेकिन परिजन व गांव वाले तैयार नहीं हुआ। यह समाचार आप नया सबेरा डॉट पर पढ़ रहे हैं। पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया और इलाके को सील कर दिया। गांव वालों के अलावा किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। 


पुलिस और गांववालों की बात चल ही रही थी कि भीड़ से किसी ने एक पत्थर फेंक दिया। इसके बाद पूरा मामला ही बिगड़ गया। इसकी सूचना एसपी जौनपुर, एसपी आरए को देते हुए आस-पास के थानों से और फोर्स बुला ली गई और 500 मीटर दूर ही मीडियाकर्मियों को भी रोक दिया गया। कुछ देर बाद सड़क बनाने के लिए पड़े बड़े-बड़े पत्थर को ग्रामीणों ने पुलिसवालों पर फेंकना शुरू किया। पत्थर इस तरह से फेंके जा रहे थे जैसे आसमान से ओले पड़ रहे हो। यह समाचार आप नया सबेरा डॉट पर पढ़ रहे हैं। इस बीच कई पत्थर पुलिसकर्मियों को लगे जिसमें एसपी आरए के पीठ पर, सीओ मड़ियाहूं के हाथ पर और आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों को पत्थर लगे, जिससे वह घायल हो गए। एसपीआर की गाड़ी का शीशा भी पत्थर लगने से टूट गया। मीरगंज थाने की गाड़ी का भी शीशा तोड़ दिया है। एडीओ पंचायत मुन्नी लाल द्वारा दर्जनों कर्मियों को लेकर सड़क पर बिखरे पत्थरों को एकत्रित किया गया। इस बीच सूचना मिलने पर डीएम डॉ. दिनेश चंद्र भी मौके पर पहुंच रहे हैं। 


इसी बीच जिन दुकानों में पुलिस जान बचाकर भागी थी उन्हें भी उपद्रवियों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया। दो प्लाटून पीएसी भी बुलाई गई। सूचना पर एसपी जौनपुर डॉ. अजय पाल शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। भीड़ को शांत करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। 5 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। इस दौरान पूरा बाजार बंद है। यह समाचार आप नया सबेरा डॉट पर पढ़ रहे हैं। लोग अपने-अपने घरों में बंद है। पूरे इलाके में दहशत का माहौल है, लोग डरे हुए हैं। इधर पुलिस सर्च ऑपरेशन चलाकर संदिग्धों की गिरफ्तारी में जुटी हुई है।

पुलिस अधीक्षक जौनपुर डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया कि शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान भेज दिया गया है। स्थिति सामान्य है। 5 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। पुलिस अग्रिम कार्रवाई में जुटी हुई है।

गौरतलब हो कि बीडीसी पुत्र विवेक यादव 27 वर्ष पुत्र शंकर यादव को चार दिन पूर्व हुए आपसी विवाद के चलते बदमाशों ने अपहरण कर मौत के घाट उतार दिया था। बीते रविवार की जमुनीपुर गांव के गेट के पास मनबढ़ों ने मारपीट कर अपने साथ उठा ले गए थे, दो दिन बाद विवेक की लाश सुरियांवा थाना क्षेत्र के बीरमपुर ठकुराइन तारा के पास झाड़ियों में पाया गया था। यह समाचार आप नया सबेरा डॉट पर पढ़ रहे हैं। 


बताते हैं कि गहिली कठरवा गांव के राजू यादव (बल्ली) की फास्ट फूड दुकान निगोह बाजार में स्थित है। 3 माह पहले मामूली बात को लेकर कुछ विवाद हुआ था जो की रविवार देर शाम लगभग विवेक और उसका दोस्त जमुनीपुर गेट के बगल खड़े होकर सिगरेट लेने के लिए रुके उस समय उस गुमटी में सिगरेट न होने के कारण मोहन बगल की दुकान से लाने चला गया तभी बल्ली वहां विवेक के पास आ गया और अपने उधार का पैसा मांगने लगा तो विवेक ने कहा कि मैंने खाने के लिए आर्डर नहीं दिया था जिस बात को लेकर दोनों में गाली-गलौज शुरू हो गया तभी राजू उर्फ बल्ली ने अपने गांव के लड़कों को फोन कर मौके पर बुला लिया और विवेक को वो मारने पीटने लगे और उसे अपनी मोटरसाइकल पर बैठा लिया। यह समाचार आप नया सबेरा डॉट पर पढ़ रहे हैं। 

मोहन ने विवेक को बचाने के लिए गाड़ी की चाभी निकाली तो उसे भी बदमाशों ने मारा पीटा। मोहन जान बचाकर बगल के हरिजन बस्ती में भाग निकला। हो-हल्ला होते ही वहां की महिलाएं निकली तब तक वो लोग विवेक को लेकर जा चुके थे। घटना के तीसरे दिन विवेक का शव सुरियांवा थाना क्षेत्र के बीरमपुर में पाया गया। यह समाचार आप नया सबेरा डॉट पर पढ़ रहे हैं। बुधवार की रात को जब विवेक का शव गांव में पहुंचा तो कोहराम मच गया। मृतक विवेक 3 भाइयों में दूसरे नंबर पर था। मां निर्मला देवी क्षेत्र पंचायत सदस्य भी है। विवेक का विवाह 3 वर्ष पूर्व हुआ था।
















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