
नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। दिवाली साफ़ सफाई एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला पर्व है। ऐसे में शहर के मध्य एक प्राचीन पंचमुखी हनुमान मंदिर (बाबा जी की कुटिया) की स्थिति जिर्ण-शिर्ण एवं परिसर में साफ सफाई नहीं होने के कारण "सुन्दर काण्ड आयोजन समिति" ने यह निर्णय लिया कि दिवाली के शुभ अवसर पर हम सभी अपने अपने घरों की सफाई तो करते हैं। लेकिन पास पड़ोस के सार्वजनिक स्थलों के सफाई पर ध्यान नहीं देते और नहीं चिंता करते हैं। ऐसे में मंदिर परिसर में दिवाली के पूर्व "छोटी दीपावली" पर साफ सफाई करने के साथ ही प्रशासन से मंदिर जिर्णोद्धार की अपेक्षा भी की गई । प्रो अखिलेश्वर शुक्ला (पूर्व प्राचार्य-राज कालेज) ने कहा कि -" भारतीय ब्रत, पर्व- त्यौहार ---विज्ञान , दर्शन, स्वास्थ्य एवं सामाजिक सौहार्द पर आधारित है। जिसे उर्जा मठ मंदिरों से प्राप्त होता है। देश के बड़े मठ मंदिरों से प्राप्त होने वाले दान की राशि पर सरकारी नियंत्रण है।

सरकारी खजाने में आय का यह एक महत्वपूर्ण एवं बड़ा श्रोत भी है। ऐसे में जिर्ण शिर्ण इस तरह के प्राचीन ऐतिहासिक मंदिरों के जिर्णोद्धार में शासन प्रशासन को स्वत: संज्ञान लेकर कार्य करने की आवश्यकता है। हम सभी अपेक्षा करते हैं कि इस मंदिर पर प्रशासन का ध्यान केंद्रित होगा तथा जनहित में कार्यवाही की जायेगी। वरिष्ठ रमेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि बरसात में मंदिर के छत से पानी गिरता है, जो पुरे बारामदे में फ़ैल जाता है। प्रवेश द्वार पर लगा गेट टुटा पड़ा है। अंदर जानवर आदि बेरोक टोक आजा रहे हैं।

इसकी मरम्मत शीघ्र आवश्यक है। संतोष तिवारी ने कहा कि यह मंदिर ऐतिहासिक महत्व का है इसकी जानकारी जिला प्रशासन एवं मंञी जी को दी जायेगी तो निश्चित ही बिना विलम्ब किए इसका जिर्णोद्धार होगा। कमलेश मिश्रा, विनोद सिंह, सुरेश सिंह, संतोष यादव नेता, उत्कर्ष सिंह ने आवाहन किया कि मंदिर जिर्णोद्धार में जब भी जहां भी आवश्यकता होगी, हम सभी सहयोग के लिए तैयार रहेंगे। सम्मानित महिलाओं में सरिता सिंह, स्नेहलता शुक्ला, मीना सिंह, बबीता सिंह ने कहा कि हम सभी घर की सफाई तो करते हैं, लेकिन पास-पडोस, सार्वजनिक स्थलों, मंदिर -देवालय की सफाई भी पूजा भाव से उतना ही आवश्यक है अंत में वर्तमान पुजारी संजय तिवारी जी ने शुभ दिपावली के पूर्व इस पुनीत कार्य के लिए धन्यवाद एवं आशीर्वाद ब्यक्त किया।