#JaunpurNews : धीरे-धीरे चीजों को भूलना हो सकता है अल्जाइमर के लक्षण: डा. हरिनाथ यादव | #NayaSaveraNetwork

  • अल्जाइमर रोग से लोगों में बढ़ रही भूलने की प्रवृत्ति: डा. हरिनाथ यादव
  • विश्व अल्जाइमर दिवस पर श्री कृष्णा न्यूरो एवं मानसिक रोग चिकित्सालय में गोष्ठी आयोजित


नया सवेरा नेटवर्क
जौनपुर। नगर के नईगंज स्थित श्री कृष्णा न्यूरो एवं मानसिक रोग चिकित्सालय में विश्व अल्जाइमर दिवस पर गोष्ठी आयोजित की गई। इस मौके पर मानसिक रोग विशेषज्ञ डा. हरिनाथ यादव ने कहा कि यदि आप छोटी-छोटी बातें भूल रहे हैं तो सावधान हो जाइए। बढ़ती उम्र के साथ मनुष्य में व्यापक शारीरिक एवं मानसिक परिवर्तन होते हैं। मानव शरीर जब वयस्क अवस्था से वृद्धावस्था की तरफ बढ़ने लगता है तब प्राकृतिक रूप से शारीरिक शक्ति के साथ-साथ मानसिक शक्ति भी क्षीण होने लगती है। अगर आप धीरे-धीरे चीजें भूल रहे हैं तो सावधान हो जाइए क्योंकि ये अल्जाइमर के लक्षण हो सकते हैं।


डा. यादव ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 सितम्बर को विश्व अल्जाइमर्स दिवस मनाया जाता है। इसका नाम एलोइस अल्जाइमर्स के नाम पर रखा गया जिन्होंने सबसे पहले इस बीमारी का विवरण दिया। इसके लक्षण याददाश्त में कमी, निर्णय न ले पाना, सामान्य कामकाज में कठिनाइयां, समय एवं स्थान में समन्वय चीजों को यत्र तत्र रखना, मुंड एवं स्वभाव में बदलाव आदि है। यह बीमारी 65 वर्ष आयु के लोगों में 5 प्रतिशत और 90 वर्ष तक जाते-जाते लगभग 50 प्रतिशत लोगों हो जाती है। तंत्रिका तंत्र की मस्तिष्क कोशिकाओं में बीटा इमोलॉइड प्रोटीन जमा होने से नसें सूख जाती हैं जिससे आदमी भूलने लगता है।


डा. हरिनाथ यादव ने बताया कि भूलने की समस्या होना, बातचीत करने में असमर्थ होना, अपनी चीजों को अस्त-व्यस्त करना, रास्ता भी भूल जाना, अपने लोगों को भूल जाना, दिन तारीख भूल जाना, अपने घर के लोगों के नाम तक भूल जाना इत्यादि इसके लक्षण हैं।


डा. यादव ने बताया कि यह एक प्रोग्रेसिव बीमारी है जो उम्र बढ़ने के साथ-साथ पूरे मस्तिष्क को कवर कर लेती है। इसके रोकथाम के लिए दवाइयां दी जाती है। इस बीमारी में मरीज की अच्छे से देखभाल करनी चाहिए और उनकी जरूरत की चीजें उनके पास होनी चाहिए। कमरा हवादार होना चाहिए। कमरे में घड़ी और रोशनी पर्याप्त होनी चाहिए। उनके दैनिक जीवन के उपयोग में आने वाली चीजें मरीज के आसपास होनी चाहिये।


उन्होंने कहा कि नियमित व्यायाम करने और हरी पत्तेदार सब्जियां, फलियां और नियमित पढ़ाई व तकनीकी काम करने से तंत्रिका तंत्र मजबूत होता है। इस अवसर पर प्रतिमा यादव, डॉ. सुशील यादव, लालजी यादव, शिव बहादुर यादव, सूरज सहित हॉस्पिटल के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।












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