आज का राशिफल ( दिनांक - 23 सितम्बर 2024) | #NayaSaveraNetwork



नया सवेरा नेटवर्क

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन को आप शांति से आराम में बिताने की योजना में रहेंगे लेकिन पारिवारिक सदस्य आपकी इच्छा पूर्ति में अवश्य ही बाधक बनेंगे। घर मे किसी से किया वाद पूरा करने में टालमटोल अशान्ति फैलाएगी। आर्थिक रूप से आज का दिन संतोषजनक ही रहेगा फिर भी धन को लेकर किसी से बहस ना करें।आज दिन भर मानसिक रूप से शांति अनुभव करेंगे कुछ गलतियों के कारण आत्म ग्लानि भी होगी। महिलाओ का ध्यान परिवार में सुख शान्ति कायम रखने पर रहेगा। घर में सुख के साधनों पर खर्च करेंगे। घूमने-फिरने के अवसर भी मिलेंगे। परिवार के बुजुर्गो अथवा बच्चों की सेहत पर खर्च होगा।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपका ध्यान कार्यो को छोड़ मनोरंजन की ओर ज्यादा आकर्षित रहेगा जिसके चलते अधिकांश कार्य अधूरे रहेंगे या विलम्ब से पूर्ण होंगे। परिजनों को आपके व्यवहार की उद्दंडता पसंद नही आयेगी बुजुर्गो से बच कर रहें खरी-खोटी सुन्नी पड़ेगी। आप अपने कार्य से संतुष्ट नहीं रहेंगे कम समय में ज्यादा कमाने की भावना मानसिक रूप से विचलित रखेंगी। आप धैर्य से कम ही काम लेंगे अनैतिक कार्यो में पड़ने की सम्भावना है। मन के विचार भी पल-पल में बदलने से सही निर्णय लेने में कठिनाई अनुभव करेंगे। आज केवल पैतृक सम्बन्धो द्वारा ही लाभ की संभावना बन रही है इसलिए परिजनों के साथ व्यर्थ की बहस ना ही करे तो बेहतर रहेगा। शारीरिक शिथिलता बनेगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज दिन निराशाजनक रहेगा मन मे हानि का भय रहने से कार्य करने का उत्साह नही बना सकेंगे। नौकरी वाले एवं व्यवसायी लोगो को किसी गलती की भरपाई करने के लिए दिनचार्य में फेरबदल करना पड़ेगा। व्यवसाय में स्वयं के निर्णय गलत साबित होंगे अभिमान त्याग किसी अनुभवी की सलाह अवश्य लें शीघ्र ही कोई रास्ता मिलेगा। आस-पड़ोसियों की मामूली बातों को अनदेखा करें अन्यथा अकारण ही विवाद गहरा सकता है। शारीरिक समस्याएं मध्यान के समय प्रबल रहेंगी अधिक मसाले वाले भोजन अथवा बाहर के खान-पान से परहेज करें। परिजन भी किसी न किसी कारण से नाराज रहेंगें। किसी से धन सम्बंधित वादे ना करे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आप सार्वजनिक कार्यो में महत्त्वपूर्ण योगदान देंगे इसके विपरीत स्वयं के कार्य विलम्ब से करेंगे। पारिवारिक प्रतिष्ठा में वृद्धि करने पर परिज आप पर गर्व करेंगे। लेकिन घरेलू कार्यो में लचीलापन दिखाने से कुछ समय के लिये माहौल खराब होगा। मध्यान तक का समय भागदौड़ वाला रहेगा। कार्य व्यवसाय में किसी से बहस के बाद लाभ होगा। धन लाभ आशानुकूल ही रहेगा। नौकरी वाले लोग आराम के मूड में रहेंगे अधिकांश समय काम से मन चुरायेंगे। महिलाये भी ज्यादा मेहनत करने के पक्ष में नही रहेंगी। इसके विपरीत सुखोपभोग की मानसिकता अधिक रहेगी। खर्च भी आज आवश्यकता से अधिक करेंगे। संध्या के समय सेहत खराब हो सकती है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन कार्य सिद्धि वाला रहेगा दिन के आरम्भ से ही किसी कार्य को पूर्ण करने की जल्दी रहेगी। व्यवसायी वर्ग को आज कुछ ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी नौकरी पेशाओ को भी अतिरिक्त कार्य मिलने से थोड़ी असहजता होगी लेकिन मेहनत का फल मध्यान के आस-पास मिलने लगेगा। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन संतोषजनक रहेगा फिर भी धन संबंधित कार्यो में स्पष्टता रखें किसी से कहासुनी हो सकती है। परिवार में पूजा पाठ अथवा अन्य धार्मिक कार्यो का आयोजन होगा। परिजन आपकी गलतियों को अपने मतलब से अनदेखा करेंगे फिर भी उद्दंडता से बचें।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपकी दिनचार्य उथल-पुथल रहेगी। आज आपको बेमन से कोई खर्चीला कार्य करना पड़ेगा पारिवारिक सुख शान्ति के लिये य आवश्यक तो रहेगा लेकिन बजट बिगड़ने का डर है। अधिकांश समय आप अपने मे ही मगन रहेंगे लेकिन अपने कार्यो को थोड़े आलस्य के बाद पूरी निष्ठा से करेंगे। आर्थिक रूप से दिन कुछ खास लाभ नही देगा। व्यवसायियों को नियमित कार्यो से मध्यम आय होगी धन को लेकर ज्यादा हाथ-पैर ना मारे अन्यथा कुछ ना कुछ हानि ही मिलेगी। पारिवारिक सदस्य आपकी मनोदशा को समझेंगे जिससे आपसी तालमेल बना रहेगा। धार्मिक क्षेत्र की यात्रा के प्रसंग भी बनेंगे। अविवाहितों के विवाह के प्रस्ताव आएंगे लेकिन जल्दबाजी ना करें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आपके लिये आज का दिन विपरीत परिस्थितियों वाला रहेगा कल जैसी सुविधा आज नही मिल सकेगी। जिस भी कार्य को करेंगे उसकी सफलता संदिग्ध रहेगी कार्य क्षेत्र पर अनुबंद निरस्त होने अथवा अन्य प्रकार से कुछ ना कुछ हानि होने के योग बन रहे है धन संबंधित कार्य सावधानी बरतने पर भी नुकसान देंगे। सहकर्मी सहयोग करने में आनाकानी करेंगे। धन की आमद न्यून रहेगी खर्च आकस्मिक और व्यर्थ के होंगे। परिवार में माहौल उदासीन रहेगा सेहत के दृष्टिकोण से बीबी दिन उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। आज का दिन धैर्य से बिताए जल्दबाजी नुकसान ही करेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज परिस्थितियां आपके लिये अनुकूल बनी है लेकिन लापरवाही के कारण किसी भी कार्य को सही समय पर पूर्ण नही कर सकेंगे। कार्य व्यवसाय से धन लाभ की पूर्ण सम्भवना है लेट लतीफी से बचें अन्यथा लाभ में कमी आ सकती है। घर मे किसी आयोजन को लेकर व्यस्तता बढ़ेगी व्यावसायिक कार्य भी होने पर अतिरिक्त भाग-दौड़ होगी। आपके स्वभाव में थोड़ी उद्दंडता रहेगी एवं आपको भी अन्य लोगो से ऐसे ही व्यवहार का सामना करना पड़ेगा जिससे दिनचार्य खराब होगी। नौकरी वाले जातक अधिकारी एवं सहकर्मियों के स्वभाव में अचानक परिवर्तन आने से परेशान होंगे। महिलाये अपना काम किसी और के ऊपर टालेंगी बिगड़ने पर बाद में ग्लानि होगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन समृद्धि वाला रहेगा लेकिन आज आप ज्यादा मेहनत करने के पक्ष में नही रहेंगे स्वभाव में आलस्य दिन के आरम्भ से ही बना रहेगा। के दिनों से अधूरे घरेलू कार्य आने से असहज अनुभव करेंगे। जिस कार्यो को करेंगे उसे आसानी से पूर्ण कर लेंगे। आवश्यकता पड़ने पर सहयोग भी बिना मांगे मिल जायेगा। व्यवसायियों को धन लाभ समय पर होने  से आर्थिक स्थिति बेहतर बनेगी। नौकरी पेशा जातक अधिकारियों के विपरीत व्यवहार से परेशान रहेंगे। महिला वर्ग मन इच्छित कार्य होने से आनंदित रहेंगी लेकिन किसी के व्यर्थ टोकने पर कलह कर सकती है। परिजनों की जिद पूरी करने पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा। सेहत सामान्य बनी रहेगी।
 
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिए शान्तिप्रद रहेगा दिन के मध्यान तक कि दिनचार्य धीमी रहेगी कार्यो को लेकर ज्यादा गंभीर नही रहेंगे फिर भी जिस कार्य को करेंगे उसमे निश्चित सफलता मिलेगी।किसी से किया वादा समय पर पूर्ण करने में असमर्थ रहेंगे। आर्थिक रूप से आज का दिन कम लाभ वाला रहेगा अधिकांश खर्च जमा रकम से ही निकालने पड़ेंगे फिर भी आज आप मानसिक रूप से निश्चिन्त रहेंगे। महिलाओ को स्वसन अथवा मूत्राशय सम्बन्धित समस्या हो सकती है। आज आपके व्यवहार से कुछ ऐसे संबंध बनेंगे जिनसे लंबे समय तक लाभ प्राप्त किया जा सकेगा। संध्या के समय मनपसंद भोजन वस्त्र एवं अन्य सुख मिलने से प्रसन्नचित रहेंगे।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपको मानसिक अशांति देगा। दिन के आरम्भ से ही विवाद होने की रूप रेखा तैयार मिलेगी थोड़ा सा धर्य खोने पर परिजनों से व्यर्थ की बहस होने की पूर्ण संभावना है इसका परिणाम आगे दुखदायी रहेगा विवेक से काम लें। आज आप किसी की हास्य भरी बात भी सहन नही कर सकेंगे। महिलाये भी किसी के गलत आचरण का तुरंत प्रतिशोध लेंगी। कार्य व्यवसाय से आज आपको अधिक उम्मीद रहेगी परन्तु निराश ही होंगे। आर्थिक स्थिति में गिरावट आएगी। संध्या के समय किसी के सहयोग से थोड़ा बहुत धन लाभ हो जायेगा। निराश होकर कोई गलत कदम भी उठा सकते है परन्तु ध्यान रहे प्रलोभन में पड़कर हानि ही होगी। सेहत भी गड़बड़ ही रहेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन बीते कल की अपेक्षा अच्छा रहेगा। लेकिन आप अपनी ही मूर्खता से हास्य और हानि के भागीदार भी बनेंगे। सामर्थ्य से बड़ा काम करने पर मुश्किल में फंसेंगे इसलिए सोच समझकर ही कोई काम हाथ मे लें। व्यवसाय नौकरी में मध्यान तक उत्साह हीनता रहेगी इसके बाद का समय व्यस्त रहेगा परिश्रम का फल धन एव सम्मान के रूप में मिलने से राहत अनुभव करेंगे। घर एवं बाहर के लोग आपसे स्वार्थ सिद्धि के लिये मीठा व्यवहार करेंगे। संध्या के समय से सभी क्षेत्र में विजय मिलेगी शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। खान-पान में संयम ना रखने से सेहत खराब हो सकती है।

🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞

 🌤️  दिनांक - 23 सितम्बर 2024
🌤️ दिन - सोमवार
🌤️ विक्रम संवत - 2081 (गुजरात-महाराष्ट्र अनुसार  2080)
🌤️ शक संवत -1946
🌤️ अयन - दक्षिणायन
🌤️ ऋतु - शरद ॠतु 
🌤️ मास - अश्विन (गुजरात-महाराष्ट्र भाद्रपद)
🌤️ पक्ष - कृष्ण 
🌤️ तिथि - षष्ठी दोपहर 01:50 तक तत्पश्चात सप्तमी
🌤️ नक्षत्र - रोहिणी रात्रि 10:07 तक तत्पश्चात मृगशिरा
🌤️ योग - सिद्धि 24 सितम्बर रात्रि 03:10 तक तत्पश्चात व्यतीपात
🌤️ राहुकाल - सुबह 07:58 से सुबह 09:29 तक
🌤️ सूर्योदय -06:28
🌤️ सूर्यास्त- 18:32
👉 दिशाशूल - पूर्व दिशा मे
🚩 व्रत पर्व विवरण - षष्ठी का श्राद्ध,सप्तमी का श्राद्ध
💥 विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
          🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞

🌷 पितरों का उद्धार 🌷
🙏🏻 भगवान शिव अपने पुत्र से कहते हैं: कार्तिकेय ! संसार में विशेषतः कलियुग में वे ही मनुष्य धन्य हैं, जो सदा पितरों के उद्धार के लिये श्रीहरि का सेवन करते हैं । बेटा ! बहुत से पिण्ड देने और गया में श्राद्ध आदि करने की क्या आवश्यकता है। वे मनुष्य तो हरिभजन के ही प्रभाव से पितरों का नरक से उद्धार कर देते हैं। यदि पितरों के उद्देश्य से दूध आदि के द्वारा भगवान विष्णु को स्नान कराया जाय तो वे पितर स्वर्ग में पहुँचकर कोटि कल्पों तक देवताओं के साथ निवास करते हैं। - पद्मपुराण
               🌞 ~ वैदिक पंचांग ~ 🌞

👉🏻 श्राद्ध पक्ष मे पूर्वजो की सद्गति के लिए इतना प्रतिदिन जरूर करना चाहिए⤵️

🌷 श्राद्ध में क्या करें क्या ना करें 🌷
🌷 श्राद्ध एकान्त में ,गुप्तरुप से करना चाहिये, पिण्डदान पर दुष्ट मनुष्यों की दृष्टि पडने पर वह पितरों को नहीं पहुचँता, दूसरे की भूमि पर श्राद्ध नहीं करना चाहिये, जंगल, पर्वत, पुण्यतीर्थ और देवमंदिर ये दूसरे की भूमि में नही आते, इन पर किसी का स्वामित्व नहीं होता, श्राद्ध में पितरों  की तृप्ति ब्राह्मणों  के द्वारा ही होती है, श्राद्ध के अवसर पर ब्राह्मण को निमन्त्रित करना आवश्यक है, जो बिना ब्राह्मण के श्राद्ध करता है, उसके घर पितर भोजन नहीं करते तथा श्राप देकर लौट जाते हैं, ब्राह्मणहीन श्राद्ध करने से मनुष्य महापापी होता है | (पद्मपुराण, कूर्मपुराण, स्कन्दपुराण )
🌷 श्राद्ध के द्वारा प्रसन्न हुये पितृगण मनुष्यों को पुत्र, धन, आयु, आरोग्य, लौकिक सुख, मोक्ष आदि प्रदान करते हैं , श्राद्ध के योग्य समय हो या न हो, तीर्थ में पहुचते ही मनुष्य को सर्वदा स्नान, तर्पण और श्राद्ध करना चाहिये,
शुक्ल पक्ष की अपेक्षा कृष्ण पक्ष और पूर्वाह्न की अपेक्षा अपराह्ण श्राद्ध के लिये श्रेष्ठ माना जाता है | (पद्मपुराण, मनुस्मृति)
🌷 सायंकाल में  श्राद्ध नहीं करना चाहिये, सायंकाल का समय राक्षसी बेला नाम से प्रसिद्ध है, चतुर्दशी को श्राद्ध करने से कुप्रजा (निन्दित सन्तान) पैदा होती है, परन्तु जिसके पितर युद्ध में शस्त्र से मारे गये हो, वे चतुर्दशी को श्राद्ध करने से प्रसन्न होते हैं, जो चतुर्दशी को श्राद्ध करने वाला स्वयं भी युद्ध का भागी होता है | (स्कन्दपुराण, कूर्मपुराण, महाभारत)
🌷 रात्रि में  श्राद्ध नहीं  करना चाहिये, उसे राक्षसी कहा गया है, दोनो संध्याओं में भी श्राद्ध नहीं करना चाहिये, दिन के आठवें भाग (महूर्त) में जब सूर्य का ताप घटने लगता है उस समय का नाम 'कुतप' है, उसमें  पितरों  के लिये दिया हुआ दान अक्षय होता है, कुतप, खड्गपात्र, कम्बल, चाँदी , कुश, तिल, गौ और दौहित्र ये आठो कुतप नाम से प्रसिद्ध है, श्राद्ध में तीन वस्तुएँ अत्यन्त पवित्र हैं, दौहित्र, कुतपकाल, तथा तिल, श्राद्ध में तीन वस्तुएँ अत्यन्त प्रशंसनीय हैं, बाहर और भीतर की शुद्धि, क्रोध न करना तथा जल्दबाजी न करना (मनुस्मृति, मत्स्यपुराण, पद्मपुराण, विष्णुपुराण)


वरिष्ठ भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह की तरफ से स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन एवं श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं  | #NayaSaveraNetwork
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