नया सवेरा नेटवर्क
विगत कई वर्षों से हमारे पड़ोस के देशों की स्थिति बहुत ही संकटो से गुजर रही है|पहले श्रीलंका फिर अफगानिस्तान,पाकिस्तान तो शायद जलते रहने के लिए ही बना है|नेपाल में भी उठापटक हो रही है|चीन के भी हालात कुछ ठीक नहीं है|वह भी अपनी शाख बचाने के लिए जद्दोजहद में दिन रात लगा है|क्योंकि वह आर्थिक मंदी से उबर ही नहीं पा रहा है|इसलिए वह भी कुछ न कुछ खुरापात करने के लिए सोंचता रहता है|हमारे मित्र राष्ट्र भी सुलग रहे हैं|जिसमें प्रमुख रूप से इजराइल और रूस हैं|इजराइल भी चारों तरफ से दुश्मनों से घिरा है,फिर भी मजबूती के साथ सबका जवाब दे रहा है|ऐसे में बांग्लादेश जो भारत के साथ सामंजस्य बना कर चल रहा था,जिसकी आर्थिक गतिविधि बहुत ही शानदार तरीके से चल रही थी|अचानक से वहाँ सबकुछ डवाडोल हो गया|सरकार को इस्तीफा देकर भागना पड़ा|छात्र आंदोलन से शुरू हुआ आंदोलन धर्मवादी दंगा में बदल गया|अतिवादियों द्वारा छात्र आंदोलन हथिया लिया गया|और सुचारु रूप से चल रहा देश पतन की तरफ अग्रसर हो गया|अतिवादियों ने वहाँ रह रहे अल्पसंख्यकों को खासकरके हिन्दुओं की सम्पतियों को तहस नहस करना शुरू कर दिया|बहन बेटियों की इज्जत लूटना शुरू कर दिया|आज बांग्लादेश पूरी तरह जल रहा है|वहाँ से लोग पलायन करना शुरू कर दिए हैं|सभी अब भारत की तरफ रुख कर रहे हैं|यह स्थिति भारत के लिए भयावह है|पाकिस्तान में तो पहले से ही आग लगी हुई है|ऐसे में बांग्लादेश से जो खबरें,चित्र देखने सुनने को मिल रहे हैं|वह किसी भी हाल में भारत के लिए ठीक नहीं हैं|
इसलिए भारत को अब और अधिक चौकन्ना रहना होगा|क्योंकि भारत में आस्तीन के साँप बहुत हैं|ए कब डंस लें कुछ भरोसा नहीं है|यहाँ सत्ता की खातिर किसी भी हद तक सत्तालोभी गिर सकते हैं|बांग्लादेश के कुछ नेता जिन जिन विदेशी नेताओं से मिलकर बांग्लादेश को जलाये हैं|हमारे भी कुछ गद्दार उन्ही के साथ चोरी छिपे मिटिंग करते आ रहे हैं|जिस मोहम्मद युनुस की करतूत से बांग्लादेश आज जल रहा है,उससे भी हमारे देश का एक नेता कई मुलाकात कर चुका है|अमेरिका और चीन की आँख में भी भारत विशेष रूप से चुभ रहा है|चुभ इसलिए रहा है कि जो भारत 65 वर्षों से पतनशील था,वह इन दस वर्षों में अग्रसर कैसे हो गया|वह विश्व की पाँचवीं आर्थिक शक्ति कैसे बन गया,और तीसरी बनने की तरफ अग्रसर क्यों है|जो भारत हाँथ जोड़े नतमस्तक रहता था,वही आज शिर ऊँचा किए सीना ताने खड़ा है|यह भारत के दुश्मनो को फूटी आँख सुहा नहीं रहा|इसलिए विदेशी शक्तियाँ और हमारे यहाँ के दोगले छटपटा रहे हैं|अमेरिका का एक उद्योपति है जार्ज सोरस|वह दूसरे देशों की प्रगति से बहुत जलता है|इसलिए अपने धन के बूते दूसरे देशों को तोड़ने का प्रयास करता रहता है|कहीं सफल होता है कहीं असफल|बांग्लादेश में वह सफल हो गया है|भारत में भी वर्तमान सरकार को गिराने की भरपूर कोशिस की,कुछ हद तक सफल भी हो गया|इसलिए भारत को विशेष चौकन्ना रहने की जरूरत है|
क्योंकि यहाँ सोराइसस के अनुयाई बहुत हैं|सोराइसस मतलब सोरस,सोराइसस इसलिए कह रहे हैं कि यह बिमारी जिसको लग जाय उसका जीवन बर्वाद करके ही छोड़ता है|ऐसे ही यह अमेरिकी सोरस है|जिस देश को इसकी नजर लग जाय,उस देश का बेड़ा गर्क हो जाता है|जैसे इस मय बांग्लादेश का हो रहा है|इसलिए भारत इधर उधर न देखकर अपने आस्तीन के साँपों पर पैनी नजर गड़ाये रखे|क्योंकि यहाँ दो मुहें एक नहीं अनेक साँप हैं|ए कब और किस मुँह से विष वमन कर दें,कुछ ठिकाना नहीं है|
आज बांग्लादेश में हिन्दुओं का कत्लेआम हो रहा है|इस पर हमारे यहाँ के मानवतावादी जो कल तक थे|जो फिलिस्तिनियों के लिए रुदाली बने थे|आज मौन साध लिए हैं|कल जो मणिपुर मणिपुर कर रहे थे,आज बंगाल के लिए और अयोध्या के लिए मौन साध लिए हैं|ऐसे दो मुँहे साँपो से भारत को 24 घंटे सतर्क रहना पड़ेगा|क्योंकि इनके क्रियाकलाप सदैव अतिवादियों से मेल खाते हैं|ये अतिवादियों के मरने पर छाती पीटते हैं|और अतिवादियों के समर्थन मे जुलूस निकालते है|अतिवादियों के कुकर्मों का ये कभी भी विरोध करते नहीं दिखते|ताजातरीन उदाहरण अयोध्या की वह 12 साल की मासूम दलित कन्या है|जिसका सामूहिक बलात्कार अतिवादियों ने किया है|हमारे यहाँ के जो आस्तीन के साँप हैं,उन अतिवादियों को सजा दिलवाने की वजाय बचाने का हर प्रयास कर रहे हैं|
जिस तरह से सत्तालोभियों ने बांग्लादेश में छात्रों के कंधे पर बंदूक रखके बांग्लादेश की गति रोंक दी है|वैसे ही भारत में सत्ता लोभियों और विदेशी भारत विरोधी शक्तियाँ जोर शोर से लगी हैं|कुछ विदेशी ताकतें दिखावे के लिए साथ में तो हैं,मगर अंदर अंदर जड़ खोद रही हैं|हिंडनबर्ग के सहारे|और हमारे यहाँ की पूर्ववर्ती सरकार के मुखिया जो आज विपक्ष में हैं वह उन तमाम भारत विरोधी शक्तियों से मिलकर भारत की तेज आर्थिक वृद्धिदर को रोकने का हर सम्भव प्रयास कर रही हैं|मुझे तो पेरिस ओलम्पिक में वीनेश फोगाट का रातों रात 100 ग्राम वजन बढ़ना भी साजिश का हिस्सा लग रहा है|एक ट्रेंड खिलाड़ी,जिसके साथ में डाइट मास्टर कोच डाॕक्टर आदि सब हों, और उसका अचानक से वजन बढ़ जाय,यह हजम नहीं हो रहा|इसमें भी टूलकिटियों द्वारा रचा हुआ प्रपंच लग रहा है|क्योंकि जिस तरह से टूलकिटिए फोगाट के बारे में सक्रिय हुए|उसी तरह से कोलकाता में जो निर्भया रिटर्न जैसी घटना हुई उसपर चूँ तक नहीं किए|अयोध्या में मासूम के साथ जो हुआ उस पर चूँ तक नहीं किए|बांग्लादेश में हिन्दू मारे जा रहे हैं हिन्दू महिलाओं के साथ बर्बरता पूर्वक बलात्कार हो रहा है,हिन्दू धर्मस्थल ध्वस्त किये जा रहे हैं,उस पर हमारे सो काल सेकुलर लोग मौन हैं|फिलिस्तीन के लिए रो रहे थे|इसलिए वीनेश की घटना साधारण नहीं लग रही|कहीं लक्ष्मी,लक्ष्मी के चक्कर में और सरकार विरोधी मांसिकता के चलते जानबूझकर ऐन वक्त पर वजन तो नहीं बढ़ा लिया|इस पर भी सरकार को विचार करना होगा|और टूलकिटियों के क्रियाकलापों पर विशेष नजर रखनी पड़ेगी|क्योंकि जैसे ही इस सरकार की सीटें कम हुई जम्मू में आतंकवादी घटनायें बढ़ गई|इसका साफ मतलब है कि भारत सुरक्षित नहीं है|यह भी ज्वालामुखी के मुहाने पर खड़ा है|सरकार इसे फटने से बचाने हेतु काम करे|अन्यथा बांग्लादेश देश झाँकी है|
पं.जमदग्निपुरी