Poetry: भारती के वीर लाल रुद्र बन धाए हैं जो | #NayaSaveraNetwork
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भारती के वीर लाल रुद्र बन धाए हैं जो
ऐसे रणधीरों को नमन बार- बार है।
देश में स्वतंत्रता का ध्वज लेके आए हैं जो
लेखनी उन्हें करे प्रणाम बारंबार है ।
रण में मौत को भी मात देके आए हैं जो,
ऐसे परमवीरों को सलाम बारंबार है।
कितनों ने पूत खोए कितनों सिंदूर धोए,
कितनों की राखियों ने रोया बार - बार है।
कितनों ने प्रेम खोए कितनों ने वंश खोए ,
वसुंधरा ने खोया था धैर्य बार- बार है ।
तन ढह गया मगर शीश झुकने न दिया,
ऐसे शूर वीरों को नमन बार- बार है।
अनामिका तिवारी "अन्नपूर्णा"✍️✍️