#HyderabadNews : दो लाख नौकरियों का क्या हुआ? | #NayaSaveraNetwork
- कांग्रेस की अधिसूचना पर केटीआर ने उठाया सवाल
नया सवेरा नेटवर्क
हैदराबाद। सरकारी नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों की मांगों पर ध्यान न देने के लिए कांग्रेस को घेरते हुए बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने राज्य सरकार से दिसंबर में अपने गठन के बाद से एक भी नौकरी की अधिसूचना जारी करने में विफल रहने पर सवाल उठाया। उन्होंने सरकार से बेरोजगार युवाओं को दिए गए दो लाख नौकरियों के वादे का हश्र बताने की मांग की। उन्होंने पूछा कि दो लाख नौकरियों का क्या हुआ?
हैदराबाद में सरकारी नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए रामा राव ने कहा कि कांग्रेस ने तेलंगाना के युवाओं को तत्कालीन के. चंद्रशेखर राव सरकार के खिलाफ भड़काया था।
उन्होंने जानना चाहा कि अब ये कांग्रेस नेता कहां हैं, जबकि युवा अपने भविष्य के लिए आंदोलन करने हैदराबाद की सड़कों पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं की बदौलत अब उन दोनों के पास आरामदायक नौकरियां हैं। पिछले 7 महीनों में न तो एक भी नौकरी की अधिसूचना जारी की गई और न ही सरकार गठन के पहले साल में वादा किए गए दो लाख नौकरियों में से एक भी नौकरी दी गई। एक्स पर एक अन्य पोस्ट में, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि तेलंगाना क्षेत्र पहले सबसे अधिक सूखाग्रस्त और शुष्क क्षेत्रों में से एक था। सिंचाई स्रोतों की कमी और पिछली सरकारों की जानबूझकर की गई उपेक्षा के कारण कृषि संकट पैदा हो गया था और 2014 से पहले बड़ी संख्या में किसानों ने आत्महत्या की थी।
उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर राव सरकार की पहल और ठोस प्रयासों से कृषि की गुणवत्ता और किसानों के जीवन में व्यापक सुधार हुआ है। उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए कहा कि इसे मानवीय शासन कहा जाता है। आंकड़ों के अनुसार, भारत में किसानों की आत्महत्या में तेलंगाना की हिस्सेदारी 2015 में 11.1 प्रतिशत से घटकर 2022 में 1.57 प्रतिशत हो गई है।