#BareillyNews : नाटक एक था डॉक्टर का हुआ मंचन | #NayaSaveraNetwork
- डॉ. मनहूस और गोली ने दिखाई अद्भुत अभिनय क्षमता
नया सवेरा नेटवर्
बरेली। रंगालय एकडेमी ऑफ आर्ट एंड कल्चर सोसाइटी द्वारा आयोजित 15 दिवसीय थिएटर फेस्ट के 10 वें दिन दिल्ली के युवा रंगमंच थिएटर ने आकाश जैन द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक "एक था डॉक्टर" का मंचन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ निर्भय सक्सेना, रोहित राकेश, गुरविंदर सिंह, जैन जी ने दीप प्रज्वलित कर किया। कलाकारों को पुरस्कार वितरण डॉ विनोद पगरानी, निर्भय सक्सेना, सुगंधा जी, मोहित अरोरा आदि ने किया थिएटर फेस्ट का संयोजन शैलेन्द्र आज़ाद ने किया। लोक खुशहाली चैरिटेबल ट्रस्ट सभागार में मंचित नाटक एक था डॉक्टर ने दर्शकों को काफी गुदगुदाया। नाटक एक था डॉक्टर की शुरुआत एक पागलखाने से होती है।
वहाँ का डॉक्टर है जिसका नाम मनहूस झटका होता है जो मरीजो का इलाज अजीबो गरीब तरीके से करता है। हास्यास्पद स्थितियों में मरीज़ों का आना फिर हास्य के पुट से भरे संवादों ने दर्शकों को हँसने पर मजबूर कर दिया। डॉक्टर का कंपाउंडर का नाम गोली होता है। डॉक्टर झटका, गोली और पागलखाने के मरीज एक से बढ़कर एक किरदार दर्शको का भरपूर मनोरंजन करते है। नाटक में आकाश जैन, शिवम पांडे, सिमरन जीत सिंह, आयुष चंद्र मौर्य, दिलशान खान ने मुख्य भूमिकाएं अदा की।
थिएटर फेस्ट का संयोजन शैलेन्द्र आज़ाद ने किया। कार्यक्रम मे शालिनी गुप्ता, मधुरिमा सक्सेना, शुभी, अजय गौतम, सुशील, मोहित, सचिन श्याम भारतीय, महेंद्र पाल राही, राजीव श्रीवास्तव, संजय शर्मा का विशेष सहयोग रहा।