#JaunpurNews : आजमगढ़ साइबर सेल ने 1.89 लाख कराए वापस | #NayaSaveraNetwork
- पीड़ितों की सहायता के लिए तत्पर हैं साइबर सेल, लोगों से हमेशा सतर्क रहने की अपील
नया सवेरा नेटवर्क
आजमगढ़। आजमगढ़ साइबर सेल लगातार पीड़ितों की मदद में जुटा हुआ है। अभी लालच में 92 हजार रुपए गंवाने वाली पीड़िता के पैसे वापस कराए गए थे। एक बार फिर आजमगढ़ की साइबर सेल की टीम ने एक लाख नवासी हजार 972 रुपए की ठगी का पैसा बरामद कर एक और उपलब्धि हासिल की है। आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के द्वारा साइबर क्राइम अपराधियों के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान के क्रम में नोडल अधिकारी साइबर क्राइम विवेक त्रिपाठी के मार्गदर्शन में साइबर सेल आजमगढ़ द्वारा कार्रवाई करते हुए दो व्यक्तियों का लगभग पौने दो लाख रुपए वापस कराए गए।
बैंक से बोल रहा हूं... कहकर निकाल लिए थे 89 हजार
घटना के बारे में नोडल अधिकारी साइबर क्राइम विवेक त्रिपाठी ने बताया कि सीआईएसएफ के जवान से क्रेडिट कार्ड फ्राड हो गया था जो चुनाव ड्यूटी के दौरान आजमगढ़ में आए हुए थे। 9 अप्रैल को आवेदक को अज्ञात नंबर से कॉल आयी जिस पर फोन करने वाले ने अपने आप को आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट का बताते हुए आवेदक से उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का ऑफर दिया। इस पर आवेदक ने साइबर धोखाधड़ी करने वालों द्वारा भेजे गए लिंक को क्लिक कर दिया गया जिसके बाद आवेदक के मोबाइल में मौजूद सभी एप्लीकेशन आदि को साइबर अपराधियों द्वारा रिमोटली अपने कंट्रोल में ले लिया गया और आवेदक के क्रेडिट कार्ड से नवासी हजार 991 रुपए डेबिट कर लिया। घटना के पश्चात आवेदक ने साइबर सेल में इसकी सूचना दी। इस पर तत्काल साइबर सेल द्वारा जांच किया गया तो ज्ञात हुआ कि आवेदक के पैसे से एचडीएफसी का गिफ्ट कार्ड खरीदा गया है जिसको तत्काल ब्लाक कराते हुए आवेदक का पूरा पैसा वापस कराया दिया गया। नोडल अधिकारी ने आजमगढ़ जनपदवासियों से अपील की है कि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा भेजे गए लिंक को क्लिक न करें इससे आपके फोन का नियंत्रण दूसरे व्यक्ति के पास जा सकता है।
10 लाख रुपए कम ब्याज वाले लोन का दिया था लालच
वहीं एक दूसरे मामले के बारे में बताते हुए नोडल अधिकारी ने बताया कि अतरौलिया थाना क्षेत्र के निवासी मंगेश प्रजापति के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा 10 जून 2024 को काल कर 10 लाख रुपए कम ब्याज वाले लोन देने का लालच भरा मैसेज आया जिसके झांसे में आकर आवेदक ने अभियुक्तों द्वारा भेजे गये लिंक पर क्लिक कर दिया गया, जिससे आवेदक के मोबाइल का एक्सेस साइबर अपराधियों को मिल गया तथा साइबर अपराधियों ने आवेदक के खाते से सारा पैसा (एक लाख रुपये) निकाल लिया गया। इस साइबर फ्राड की जानकारी होते ही साइबर सेल द्वारा जांच करने पर ज्ञात हुआ कि आवेदक का पैसा एक्सिस बैंक में गया है जिसको त्वरित कार्रवाई करते हुए तत्काल साइबर अपराधियों द्वारा निकाले गये रुपयों को ब्लाक कराते हुए आवेदक का पूरा पैसा उसके खाते में वापिस कराया गया।
![]() |
नोडल अधिकारी साइबर क्राइम विवेक त्रिपाठी |
न करें किसी लिंक पर क्लिक
नोडल अधिकारी ने आम जनमानस से अपील की है कि किसी भी प्रकार के अनजान लिंक पर बिना सोचे समझे क्लिक न करें यह साइबर अपराधियों की चाल हो सकती है। किसी भी प्रकार के लोन के लिए सिर्फ अधिकृत बैंक में ही सम्पर्क करें। किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए 1930 हेल्पलाइन अथवा 112 हेल्पलाइन नम्बर डायल करें अथवा साइबर सेल/थाना पर संपर्क कर सकते हैं। आर्थिक साइबर अपराधों की सूचना तीन दिवस में साइबर सेल/साइबर थाना पर देने पर संपूर्ण धन वापस कराया जा सकता है।
Tags:
Azamgarh