#Poetry: क्यों नमो जरूरी है | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
क्यों नमो जरूरी है
रामराज चौबिस में,
लाने की तैयारी पूरी है,
विकसित भारत के सपनों की,
खातिर नमो जरूरी है ।
राम धाम से सजी अयोध्या,
काशी में बम-बम भोले,
'मेरा भी मंदिर बनवा दो'
मइया से कान्हा बोले,
दैहिक,दैविक,भौतिक ताप,
मिटा देंगे अबकी बारी,
सत्य सनातन चहक उठा है,
देखो तो हौले-हौले,
कुछ अवरोधी छाती पीटेंगे,
उनकी मजबूरी है,
विकसित भारत के सपनों की,
खातिर नमो जरूरी है ।
तीन और तेरह का मतलब,
दुनिया को समझाएंगे,
अर्थव्यवस्था तेरह से,
तिसरे नंबर पर लाएंगे,
रूस और अमरीका को,
उसकी औकात बताएंगे,
नहीं दिया जिसने वीजा,
अब जीजा बनकर जाएंगे,
सबका साथ, विकास सभी का,
नहीं किसी से दूरी है,
विकसित भारत के सपनों की,
खातिर नमो जरूरी है ।
सहमा-सहमा चीन दिखे है,
दुबका-दुबका पाकी है,
पीओके में 'भारत माता,
की जय'कहना बाकी है,
नमो-नमो दुनिया बोले,
ये किरपा भारत मां की है,
दुबई में मंदिर बनवाए,
ये तो केवल झांकी है।
यार चार सौ पार कराने,
की पब्लिक मंजूरी है,
विकसित भारत के सपनों की,
खातिर नमो जरूरी है ।
यहां गुलामी वाले अब,
सारे निशान मिट जाएंगे,
राग, द्वेष,छल,दंभ हमारे,
भारत में पिट जाएंगे,
नव विकास का शिखर छुएंगे,
गगन तिरंगा लहरेगा,
चले मिटाने सत्य सनातन,
वे खुद ही मिट जाएंगे।
अभी विवेकानंद सरीखों
वाली आस अधूरी है,
विकसित भारत के सपनों की,
खातिर नमो जरूरी है।
सुरेश मिश्र
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