- परिवार ने अज्ञात लोगों पर लगाया था भगा ले जाने का आरोप
- लड़की के पास नहीं था कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, मोबाइल फोन
- बैकिंग ट्रांजेक्शन के जरिए जौनपुर के बदलापुर पड़ाव से बरामद हुई लड़की
नया सवेरा नेटवर्क
आजमगढ़। आज के दौर में अगर किसी के पास मोबाइल फोन न हो और हमें यह भी पता न रहे कि वह इस वक्त कहां है तो उसे ढूढ़ना इतना आसान नहीं होगा। कुछ ऐसा ही मामला आजमगढ़ जिले के रानी की सराय थाने में सामने आया है। आजमगढ़ जिले की साइबर सेल द्वारा एक युवती को बैकिंग ट्रांजेक्शन के जरिए ट्रैक कर उसके परिवार को सुपुर्द कर दिया गया। इस तरह की ट्रैकिंग से हर कोई हैरान रह गया और यह कहने लगा कि वाकई कानून के हाथ लंबे होते हैं।
बता दें कि एक पीड़ित ने थाना कोतवाली आजमगढ़ में शिकायत की थी कि उसकी भतीजी को कुछ अज्ञात लोग बहला फुसलाकर भगा ले गए हैं। लड़की के पास कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और मोबाइल फोन नहीं है जिसके जरिए उससे सम्पर्क किया जा सके। चौकी प्रभारी रोडवेज उ.नि. लाल बहादुर बिंद और साइबर सेल में कार्यरत मु.आ. ओमप्रकाश जायसवाल की टीम ने इस कठिन कार्य को सरल बना दिया। साइबर सेल की टीम ने बैकिंग ट्रांजेक्शन के जरिए लड़की को ट्रैक करना शुरू किया।
लगातार उसके यूनियन बैंक के खाते पर नजर रखी जाने लगी। 27 अप्रैल को लड़की द्वारा आधार कार्ड के माध्यम से पैसा निकाला गया जिसके ट्रांजेक्शन आईडी को ट्रैक करने से ज्ञात हुआ कि लड़की ने जौनपुर जिले के बदलापुर पड़ाव सीएससी से पैसा निकाली है। सूचना पर चौकी प्रभारी रोडवेज उ.नि. लाल बहादुर बिन्द व मु.आ. ओमप्रकाश जायसवाल साइबर सेल द्वारा सीएससी बदलापुर पड़ाव के सीसीटीवी फुटेज से युवती की पहचान कर आस-पास के क्षेत्रों में युवती की तलाश की गई। 1 मई को पुलिस टीम ने जौनपुर के बदलापुर पड़ाव से लड़की को बरामद कर विधिक कार्रवाई में जुट गई है।
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