नया सवेरा नेटवर्क
आजमगढ़। पुलिस महानिदेशक के आदेशानुसार साइबर जागरूकता अभियान के क्रम में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक/नोडल अधिकारी साइबर क्राइम विवेक त्रिपाठी के नेतृत्व में आम जनमानस को साइबर क्रइम से संबंधित बचाव की जानकारी दी गई।
बुधवार को रोडवेज बस अड्डा आजमगढ़ पर साइबर क्राइम के प्रति जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें आमजन, यात्रियों को सोशल मीडिया के उपयोग के साथ-साथ क्यूआर कोड एवं ई-वॉलेट से होने वाले साइबर क्राइम से बचाव के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई। कार्यक्रम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली शशीमौली पाण्डेय, चौकी प्रभारी रोडवेज लालबहादुर बिन्द एवं साइबर क्राइम सेल में नियुक्त हेका ओमप्रकाश जायसवाल, सतेन्द्र यादव उपस्थित रहे।
जागरूकता कार्यक्रम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली एवं साइबर सेल के कर्मियों द्वारा बताया गया कि साइबर अपराध के शिकार होने से बचने के लिए मोबाइल और कम्युनिकेशन गैजेट पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सोशल साइट्स, ऐप के उपयोग से पहले उसकी प्राइवेसी जरूर चेक करनी चाहिए। मोबाइल पर किसी को भी अपने एटीएम और बैंक सम्बंधित कोई भी जानकारी न दे। साथ-साथ वहां उपस्थित आमलोगों एवं बस में बैठे यात्रियों को साइबर क्राइम से बचाव हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश सम्बन्धित पम्प्लेट बाटा गया।
- साइबर सेल आजमगढ़ का जनपदवासियों से साइबर क्राइम से बचाव हेतु अपील
- पिछले कुछ दिनों में इस प्रकार का साइबर क्राइम अपराधियों द्वारा बहुतायत में किया जा रहा है, जिसमें उनके द्वारा आपको फोन कर कहा जाता है कि आपका बेटा, बेटी या परिवजन को किसी आपराधिक मामले में गिरफ्तार किया गया है तथा उन्हे छोड़ने के नाम पर पैसों की मांग की जाती है। अपराधी द्वारा अपने को पुलिस विभाग का अधिकारी या सीबीआई का अधिकारी बताया जाता है। यदि ऐसा कोई कॉल आपको आता है तो बिना घबराएं सबसे पहले नजदीकी पुलिस थाने पर इसकी शिकायत दर्ज करायें और किसी भी स्थिति में कोई पैसा न भेजें।
- कोई भी बैंक अधिकारी फोन पर कभी भी एटीएम, खाते व क्रेडिट कार्ड से संबंधित जानकारी नहीं मांगता, इसलिए कभी भी फोन कॉल पर बैंक से संबंधित जानकारी शेयर न करें।
- क्यूआर कोड पैसा देने के लिए होता है क्यूआर कोड स्कैन करने पर पैसा कभी भी नहीं मिलता।
- किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर इंटरनेट सर्च इंजन (जैसे गूगल) पर सर्च न करें बल्कि उसकी आधिकारिक वेबसाइट से ही लें, क्योंकि साइबर ठगों ने अपने मोबाइल फोन नंबरों को विभिन्न ऑनलाइन कंपनियों के कस्टमर केयर के नाम से गूगल पर अपडेट कर रखा है।
- किसी भी प्रकार का साइबर क्राइम होनें पर तत्काल टोल फ्री नम्बर-1930 या वेवसाइट-www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।
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