नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। रामनवमी पर शिव की नगरी काशी उनके आराध्य श्री राम की आराधना में डूबी रही। इसी क्रम में श्री रामकथा मंदाकिनी शोभायात्रा का आयोजन सामाजिक समरसता के सन्देश के साथ किया गया। इसके साथ ही केवट समाज के लोगों का सम्मान किया गया।
इस शोभायात्रा का शुभारम्भ अस्सी घाट पर संकटमोचन मंदिर के महंत विश्वम्भर नाथ मिश्रा ने आरती उतार किया गया। इसके बाद बजड़े पर यह यात्रा भैंसासुर घाट तक गई। यात्रा के दौरान भगवान श्री राम का रास्ते भर जयघोष होता रहा। कार्यक्रम में मां गंगा की आरती भी उतारी गई।
शोभायात्रा में बड़ी संख्या में पुरुष व महिलाएं उपस्थित रहें। भगवान राम के साथ ही 11 झांकियों ने भक्तों का मन मोहा। महिलाओं ने अपने आराध्य भगवान श्री राम की आरती उतारकर सोहर व मंगल गीत गाए। काशी में बुधवार को जश्न का माहौल रहा। कार्यक्रम के दौरान लोगों को मतदाता जागरूकता का सन्देश भी दिया गया।
ट्रस्टी सुखदेव त्रिपाठी ने कहा कि यह शोभायात्रा विगत 36 वर्षों से परम्परागत रूप से चली आ रही है। कार्यक्रम में बिना किसी दल का समर्थन करते हुए मतदान के लिए जागरूक किया जा रहा है। भगवान श्री राम 500 वर्षों की कठिन तपस्या के बाद अपने धाम में विराजे हैं। ऐसे में इस वर्ष की रामनवमी अत्यंत खास है। इसे लेकर पूरे देश में हर्षोल्लास का माहौल है। इसी क्रम में आज इस मंदाकिनी शोभायात्रा का आयोजन मां गंगा के आँचल में हुआ है।
Ad |
Ad |
Ad |
0 टिप्पणियाँ