प्रयागराज। जगद्गुरु स्वामी रामानंदाचार्य की जयंती पर शुक्रवार को माघ मेला क्षेत्र में शोभायात्रा निकाली गई। रथ पर गुरु का चित्र व चरण पादुका रखकर संतों ने खाकचौक के रामभक्त माल शिविर से यात्रा की शुरुआत की। ढोल नगाड़ों के साथ यात्रा आगे बढ़ने लगी तो शिविरों से बाहर आए श्रद्धालु चरण रज लेने को बेताब दिखे।
यात्रा रामानंदा मार्ग अ, रामानंदा मार्ग ब, महावीर मार्ग, अन्नपूर्णा मार्ग, तुलसी मार्ग के लगभग सभी शिविरों में सामने से गुजरी। आगे-आगे महामंडलेश्वर संतोष दास ‘सतुआ बाबा, महंत बलबीर गिरि, स्वामी गोपालदास, स्वामी भूषणदास, स्वामी दामोदरदास, राम हृदय दास, राम नरेश दास, हिटलर बाबा, राघवदास आदि साधु संत गुरु के नाम के जयकारे लगा रहे थे। पीछे करतबबाज तलवारों की कला दिखाते मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं का मन मोह रहे थे। यात्रा जब महावीर मार्ग पांटून पुल पर पहुंची तो श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा।
ढोल नगाड़ों की धुन बज रही थी। संतों की टोली रुकी और आम श्रद्धालु चरण रज लेने के लिए बेताब हो गए। यात्रा संगम पहुंची, जहां गंगा मइया का पूजन हुआ। इसके बाद मेला क्षेत्र के अक्षयवट मार्ग के रास्ते बड़े हनुमान मंदिर पहुंची। जहां बजरंगबली को प्रणाम कर संत आगे बढ़े। संगम अपर मार्ग से यात्रा वापस मेला क्षेत्र पहुंची। जहां राम भक्त माल शिविर में ही इसका समापन हुआ।
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