नया सवेरा नेटवर्क
प्रयागराज। मौनी अमावस्या पर आई भीड़ को नियंत्रण करने में एआई तकनीक काफी कारगर रही। महाकुम्भ के रिहर्सल वर्ष में सबसे बड़े स्नान पर्व पर प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने इसे प्रयोग के तौर पर लिया। अब महाकुम्भ 2025 में इसका ठीक से इस्तेमाल किया जाएगा।
एआई तकनीक के इस्तेमाल के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने एडकॉम मैपिंग संस्था को काम सौंपा। इसने संगम, काली और त्रिवेणी मार्ग पर हर बार भीड़ बढ़ने पर अपनी रिपोर्ट दी। रिपोर्ट सीधे कंट्रोल रूम पहुंची, जिसके कारण श्रद्धालुओं को दूसरे घाट की ओर शिफ्ट किया गया। अब तक माघ मेले में कैमरों की रिपोर्ट ही आधार रहती थी। एडकॉम मैपिंग ने ऑनलाइन घाट की तस्वीरें अपलोड कीं। जिसके कारण भीड़ का दबाव बढ़ने पर कई बार उसे पहले महावीर मार्ग और अक्षयवट मार्ग पर शिफ्ट किया गया। जिससे जब तक लोग संगम पहुंचते संगम नोज खाली हो जाता था। बैरियर तोड़कर लोग एक से दूसरी ओर आते तो इसकी सूचना भी कंट्रोल रूम को मिलती और वन वे में लोगों के आने पर भी यह तकनीक कारगर रही। जिससे सुरक्षा बलों को अलर्ट किया गया।
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