नया सवेरा नेटवर्क
ट्रेजरी आफिस में सेवानिृत्त कर्मचारी से मांगा पांच हजार रूपये
जौनपुर। एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने गुरूवार को जिले में एक बार फिर जाल बिछाकर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित ट्रेजरी आफिस के क्लर्क को रंगेहाथ पांच हजार रूपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कराने के बाद जेल भेज दिया। जानकारी के अनुसार ट्रेजरी दफ्तर में तैनात क्लर्क दयाराम गुप्ता पर यह आरोप लगता रहा है कि वे कोई भी काम बिना रिश्वत के नहीं करते थे। बख्शा थाना क्षेत्र क विशेषरपुर शंभूगंज निवासी संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि मेरे पिता राम उजागिर सिंचाई विभाग में कर्मचारी थे। सेवाकाल के दौरान 28 फरवरी 2005 को उनका निधन हो गया था और मृतक आश्रित के तहत मुझे नौकरी मिल गई थी। मेरी माता पराना देवी को परिवारिक पेंशन मिलने लगी। माता का भी 6 दिसंबर 2016 को निधन हो गया था। उसके बाद मैने उनका एरियर का तीस हजार निकलवाने के लिए कोर्ट से कागजात बनाकर एक वर्ष पूर्व ट्रेजरी कार्यालय में जमा किया था। इसी 30 हजार रु पए को अवमुक्त कराने के लिए दयाराम गुप्ता ने उनसे पांच हजार रु पए की रिश्वत की मांग की थी। काफी मिन्नतें करने के बावजूद वे बिना पैसे के काम करने को तैयार नहीं थे। आखिरकार मैने इसकी शिकायत वाराणसी की एंटी करप्शन की टीम से किया और टीम ने पांच हजार रूपये के नोटों पर केमिकल लगाकर क्लर्क दयाराम को देने के लिए जाल बिछा दिया। पैसा हाथ में पकड़ते ही तुरंत मौके पर मौजूद एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लाइन बाजार थाने ले गई जहां विधिक कार्रवाई करने के बाद आरोपी क्लर्क को जेल भेज दिया गया। फिलहाल इस कार्रवाई से सरकारी कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
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