जौनपुर: जिला अस्पताल में मरीजों से ऑपरेशन के नाम पर अवैध वसूली का आरोप | #NayaSaveraNetwork
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आरोपी प्रदीप कुमार |
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तीमारदार महिला मोनी |
नया सवेरा नेटवर्क
ऑपरेशन थियेटर के बाहर खुलेआम तीमारदारों से करता मिला युवक
सीएमएस ने दिये जांच के आदेश, बोले होगी कार्रवाई
जौनपुर। अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला चिकित्सालय एक बार फिर अवैध वसूली के चलते चर्चा का केंद्र बना हुआ है। एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार गरीब जनता के इलाज के लिए तमाम तरह की योजनाएं लागू कर रही है तो वहीं प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भी स्वास्थ्य महकमे को चुस्त दुरूस्त करने के लिए लगातार काम कर रही है। बावजूद इसके जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टरों पर लगता है इसका असर दिखाई नहीं पड़ रहा है। राष्ट्रीय सहारा की टीम ने जब जिला अस्पताल का दौरा किया तो पाया कि ऑपरेशन थियेटर के बाहर एक प्रदीप कुमार नाम का व्यक्ति खुलेआम तीन से चार हजार रूपये प्रति मरीज के ऑपरेशन के नाम पर अवैध वसूली करता नजर आया। मोबाइल कैमरे से जब उसकी इस करतूत को रिकार्ड करना शुरू किया तो वोह भागता नजर आया। इस बारे में जब एक महिला मोनी से बात किया गया तो उसने बताया कि अपनी मां के बच्चेदानी का ऑपरेशन कराने के लिए वोह गुरूवार को आई थी। ऑपरेशन थियेटर के बाहर प्रदीप कुमार नाम के व्यक्ति ने बताया कि अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर ऑपरेशन करेगें और उसके लिए तुम्हें तीन से चार हजार रूपया जमा करना होगा। मोनी ने किसी तरह उसे चौबीस सौ रूपये दिये और उसकी मां का ऑपरेशन हो गया। बाकी की रकम की मांग प्रदीप मोनी से करता रहा यही नहीं एक पत्रकार के परिजन से भी चार हजार रूपये ऑपरेशन के नाम पर लिया गया था। इस बारे में जब सीएमएस केके राय से बात किया गया तो उ न्होंने इसे संज्ञान में लेते हुए तत्काल जांच के आदेश देकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सीएमएस डॉ केके राय का कहना है कि प्रदीप कुमार नाम का कोई भी युवक न तो अस्पताल का कर्मचारी है न ही उसे हम लोग जानते हैं। कैमरे में कैद प्रदीप कुमार के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है कि आखिर ये व्यक्ति कैसे ऑपरेशन थियेटर के बाहर खड़े होकर अवैध वसूली कर रहा है। गौरतलब है कि इसके पूर्व तत्कालीन सीएमएस डॉ.अनिल कुमार शर्मा के ऊपर मरीजों से ऑपरेशन के नाम पर अवैध वसूली व सरकारी दवाओं को बाजार में बेचे जाने का मामला सुर्खियों में आया था जिसपर डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने जांच टीम गठित की थी। जांच के बाद आरोप सही पाये गये और सीएमएस डॉ.अनिल कुमार शर्मा को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जा चुका है। ऐसे में एक बार फिर अस्पताल परिसर में डॉक्टर पर मरीजों के ऑपरेशन के नाम पर अवैध वसूली के चलते गरीब जनता परेशान नजर आ रही है। सवाल ये उठता है कि आखिर उच्चाधिकारियों के नाक के नीचे खुलेआम गरीब जनता से वसूली की जा रही है और कार्रवाई के नाम पर केवल जांच की बात की जा रही है।