नया सवेरा नेटवर्क
हिन्दू मुस्लिम संवाद केंद्र से आयेगी आपसी मजबूती
केराकत जौनपुर। विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.राजीव श्री गुरु ने कहा कि नफरत की आंधी हो या विश्वास का खतरा तो इंसानियत को ही उठाना पड़ता है। कभी धर्म और कभी जाति के नाम पर आम लोगों को आपस में लड़ाने वालों को विशाल भारत संस्थान द्वारा संचालित हिन्दू मुस्लिम संवाद केन्द्र करारा जबाव दे रहा है। हिन्दू मुसलमानों के रिश्तों को मजबूत करने और समाज को संघर्ष विहीन बनाने की दिशा में यह अनूठा अभियान है। पूर्वजों की दी हुई सांस्कृतिक विरासत को हिन्दू मुसलमान मिलकर संभालें, यही देश व्यापी प्रयास चल रहा है। विशाल भारत संस्थान ने जिले के चोरसण्ड क्षेत्र में हिन्दू मुस्लिम संवाद केन्द्र के द्वारा आयोजित ''पूर्वजों की ओर से हिन्दू मुसलमानों के आपसी रिश्ते'' विषयक संगोष्ठी के अवसर पर ''रिलेशन डेवेलपमेन्ट बैंक'' की स्थापना के अवसर पर रिश्तों की पूजी को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसी भी नफरत और हिंसा के समय समाज में शांति स्थापना के लिए काम आएगी। हिन्दू मुस्लिम संवाद केन्द्र की नेशनल कोऑर्डिनेटर आभा भारतवंशी ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने हमें सम्बन्धों का संसाधन और रिश्तों की पूंजी विरासत के रूप में सौंपी है। संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीगुरु जी ने कहा कि भारत के हिन्दू मुसलमानों के पास पूर्वजों की ताकत है। पूर्वजों की ओर से हमें रिश्ते मिले हैं। हम उन रिश्तों को नजरअंदाज कर एक दूसरे से नफरत करने लगते हैं। आतंकवादियों, अलगाववादियों का काम देश को तोड़ना है। विशिष्ट अतिथि रामपंथ के धर्मप्रवक्ता डॉ.कविन्द्र नारायण ने कहा कि लड़ने के कई बहाने हम खोज लेते हैं, अब एक होने का बहाना खोजना पड़ेगा। भारतीय अवाम पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.नजमा परवीन ने कहा कि मुसलमानों के पूर्वज भारतीय हिन्दू ही थे। अगर इस पहचान को हम छोड़ेंगे तो हम कहीं के नहीं रहेंगे। मोहब्बत फैलाने वालों को महत्व दें और नफरत फैलाने वालों का बहिष्कार करें, तभी सभ्य समाज बचेगा। संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अर्चना भारतवंशी ने कहा कि किसी भी कीमत पर आपसी रिश्ते खराब न करें। यही रिश्ते मौत के मुंह से निकालकर ले आते हैं और जान बचाने के लिये अपना खून तक देते हैं। पूर्वजों के संस्कार ही हमें आगे बढ़ाएंगे। अध्यक्षता कर रहे अनाज बैंक के डिप्टी चेयरमैन ज्ञान प्रकाश ने कहा कि हिन्दू मुसलमानों के नाम पर देश बांटने वालों ने अपने पूर्वजों का ख्याल किया होता तो न देश बंटता और न दिल। संचालन अक्सम सिद्दकी ने किया और धन्यवाद विशाल भारत संस्थान के चेयरमैन नौशाद शेख ने किया। इस मौके पर अल्लाउद्दीन भुल्लन, मो. जैद सिद्दीकी, लल्लन प्रताप सिंह, नौशाद अख्तर, सेराज अहमद, मो.अजहद, मो.अरशद, मो.मतलूब, हाजी जियाउद्दीन, मो. मुस्लिम, अंसार अहमद, मो. हारून, मो. अशरफ, हाजी मो. अज्जम, नूर आलम, शमशाद अहमद आदि लोग मौजूद रहे।
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