नया सवेरा नेटवर्क
नयी दिल्ली। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए। इसके लिए वे ED के दफ्तर पहुंचे थे। फेमा केस में पूछताछ करने के लिए ईडी ने उन्हें समन भेजा था। मामला फेमा के उल्लंघन का है। उन्हें सोमवार को 11 बजे आने के लिए कहा गया था। इसके पहले ईडी ने पेपर लीक मामले में राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी।
कई ठिकानों पर की गई थी छापेमारी
वैभव गहलोत को बीजेपी नेता किरोड़ीलाल मीणा की शिकायत पर नोटिस भेजा गया था। शिकायत में आरोप लगाए गए थे कि कालेधन को सफेद किया गया। वैभव गहलोत पर आरोप है कि उनकी कंपनी ने शेल कंपनियों के माध्यम से करोड़ो रुपये मॉरिशस भेजे हैं। जांच एजेंसी ने पिछले दिनों जयपुर और उदयपुर के होटलों में इसे लेकर छापेमारी भी की थी। वहीं वैभव गहलोत ने ईडी के आरोपों को गलत बताते हुए इसे 12 साल पुराना बताया था।
कांग्रेस का राजनीतिक बदले का आरोप
वहीं सीएम गहलोत समेत कांग्रेस इसे चुनावों के समय परेशान करने के लिए की जाने वाली कार्रवाई बता रही है। राज्य में 25 नवंबर को विधानसभा की सभी 200 सीटों के लिए एक ही चरण में मतदान होना है। ऐसे में ईडी की छापेमारी ने राजनीतिक माहौल को और भी गरमा दिया है। कांग्रेस केंद्र की बीजेपी सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रही है। चुनावी समय में वैभव गहलोत पर ईडी की कार्रवाई के कई मायनें निकाले जा रहे हैं।
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