आंखों की रोशनी रहेगी बरकरार, नहीं चढ़ेगा चश्मा, बस फॉलो कर लें ये टिप्स | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
आंखें किसी के लिए भी कितनी जरूरी होती हैं ये बताने की जरूरत नहीं है. दुनिया कितनी खूबसूरत है… यह एहसास हमें आंखें ही कराती हैं. आंखें शरीर के सबसे, जरूरी, नाजुक और संवेदनशील हिस्सों में से एक हैं. आंखों की देखभाल में थोड़ी सी भी कोताही बरतना काफी नुकसानदायक हो सकता है. खराब लाइफस्टाइल, खानपान पर ध्यान न देना और कुछ बीमारियों जैसे डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से आंखों से संबंधित समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है. जिसकी वजह से कई बार आंखों की रोशनी कम हो सकती है या फिर किसी वजह से रोशनी भी छिन सकती है.
आजकल छोटी उम्र में ही आंखों की रोशनी कम होने के काफी केस देखे जाते हैं. छोटे-छोटे बच्चों को भी चश्मा लग जाता है. इन समस्याओं से बचना हो और आंखों को हेल्दी रखना हो तो कुछ बातों पर खास ध्यान देना बेहद जरूरी होता है, चाहे वह आपका खानपान हो या फिर डेली रूटीन.
स्क्रीन टाइमिंग पर ध्यान दें
मॉर्डन लाइफस्टाइल में आंखों की रोशनी कम होने के केस ज्यादातर स्क्रीन टाइमिंग ज्यादा होने की वजह से आते हैं. बच्चे हो या फिर बड़े एक लंबा समय कंप्यूटर या फिर फोन चलाते हुए गुजारते हैं. ऐसे में आंखों पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए अपनी स्क्रीन टाइमिंग को थोड़ा कम करने की कोशिश करें. इसके साथ ही स्क्रीन से एक निश्चित दूरी बनाकर ही काम करें. अगर आप घंटों स्क्रीन के सामने बैठकर काम करते हैं तो आधे घंटे के अंतराल पर 10 से 20 सेकंड के लिए अपनी आंखों को बंद करके रिलेक्स करें.
खानपान हो ऐसा
आंखों को हेल्दी रखना है तो अपनी डाइट में हेल्दी चीजों जैसे केला, मछली अंडे, नट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्स को शामिल करें, क्योंकि आंखों की रोशनी के लिए विटामिन ए, ओमेगा 3 फैटी एसिड, ल्यूटिन, विटामिन सी, विटामिन ई जैसे न्यूट्रिशन वाले फूड्स काफी फायदेमंद होते हैं. अच्छा खानपान आपको उम्र संबंधित आंखों की बीमारियों जैसे मोतियाबिंद से बचाता है.
आंखों का चेकअप है जरूरी
आंखें सबसे नाजुक अंग होती हैं और ज्यादातर हम आंखों के चेकअप में ही लापरवाही बरतते हैं, जबकि कुछ समय जैसे करीब छह महीने के अंतराल पर आंखों का चेकअप करवाते रहना चाहिए, ताकि वक्त रहते आंखों से जुड़ी समस्याओं का पता चलता रहे.
इन बीमारियों का कराए रेगुलर चेकअप
अगर आपको आंखों में जरा सी भी परेशानी दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. इसके साथ ही डायबिटीज और ब्लड प्रेशर आदि का रेगुलर चेकअप करवाते रहना चाहिए, क्योंकि इन हेल्थ प्रॉब्लम्स से आंखों की रोशनी कम हो सकती है.
स्मोकिंग से बनाएं दूरी
स्मोकिंग न सिर्फ आपके फेफड़ों के लिए नुकसानदायक है, बल्कि इससे आंखों की रोशनी भी कम हो सकती है. स्मोकिंग करने से आंखों संबंधित बीमारियां जैसे ग्लूकोमा, मोतियाबिंद होने का जोखिम बढ़ जाता है.
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