नया सवेरा नेटवर्क
केराकत जौनपुर। स्थानीय तहसील में लेखपालों की संख्या काफी कम होने से कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। देखा जाय तो इस तहसील में लेखपालों की संख्या 133 के सापेक्ष में मात्र 60 लेखपालों की ही तैनाती हुई है। इस समय लेखपालों की संख्या पच्चास प्रतिशत से भी कम है। तहसील में कुल चार ब्लाकों मुफ्तीगंज,केराकत, डोभी व जलालपुर ब्लाक के गांव आते हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है। लेखपालों की संख्या कम होने पर कार्यों का कितना बोझ होता होगा। तहसील में पड़ने वाले सम्पूर्ण समाधान दिवस, थानों के समाधान दिवस , आईजीआ एस की शिकायती प्रार्थना पत्रों के साथ -साथ रूटीन में फरियादियों के दिये जाने वाले प्रार्थना पत्रों का निस्तारण करने में कितनी दु·ाारियों का सामना करना पड़ता होगा। यही नहीं समय समय पर शासन - प्रशासन के आदेशों व निर्देशों के अनुपालन के क्रम में कितनी परेशानियों का सामना करना होता होगा ,इसे भी सहजता से अनुमान लगाया जा सकता है। यही नहीं अभी हाल ही में जिला प्रशासन के आदेश के अनुपालन में उपजिलाधिकारी नेहा मिश्रा ने तहसील कार्यालय में विभिन्न पटल पर प्राइवेट कार्य करने वाले सभी प्रावेट कर्मचारियों को हटा दिया है। देखा जाय तो उपजिलाधिकारी,तहसीलदार ,तीनों नायब तहसीलदारों ,एस डी एम न्यायिक आदि न्यायालयों में कार्य करने वाले प्राइवेट बाबुओं के हटाये जाने से भी न्यायालयों के काम काज पर भी बुरा असर पड़ रहा है। इस संबंध में पूछे जाने पर अधिकारियों का कहना है कि तहसील में लेखपालों व बाबुओं की कमी के चलते निश्चित ही कार्य करने में कठिनाई का सामना तो करना ही पड़ रहा है।
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