जौनपुर: सूरजकुंड तालाब में मेलार्थियों ने लगाई डूबकी | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
ऐतिहासिक भादो छठ मेला में जमकर हुई खरीदारी
करंजाकला जौनपुर। ऐतिहासिक भादो छठ मेला सरायख्वाजा रविवार को संपन्न हुए मेले में दूर दराज से आए लोगों ने सरायख्वाजा गांव में स्थित सूरजकुंड तालाब में स्नान ध्यान के बाद जमकर खरीदारी की। किसानों ने लकड़ी से बने उपकरण की भी बढ़-चढ़कर खरीदारी की,र वर्ष लगने वाला ऐतिहासिक भादो छठ मेला किसान मेला के नाम से भी जाना जाता है। मेला सरायख्वाजा गांव के समीप स्थित जौनपुर-शाहगंज मार्ग पर लगता है सराय-ख्वाजा गांव में स्थित सूरजकुंड तालाब की मान्यता है कि इस दिन स्नान ध्यान करने से चर्म रोगियों को निजात मिलती है और लोगों की जीवन में सुख शांति आती है वर्षों से चली आ रही इसी मान्यता के आधार पर हर वर्ष यहां भादो छठ मेला का आयोजन किया जाता है।भादो छठ मेला में कहीं पर लकड़ी से बने उपकरण तो कहीं खिलौने गुब्बारे तो कहीं जलेबियां की दुकान की भरमार लगी रही सरायख्वाजा गांव से सटे दर्जनों गांव से हजारों की तादाद में लोगों ने मेला में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और खरीदारी की, मेला के अंदर लकड़ी से बने उपकरण की दुकान लगाने वाले कन्हैया वि·ाकर्मा ने बताया कि मेले में अच्छी खरीदारी हुई है। 200 से अधिक उपकरण बेचे गए हैं। जिसमें लकड़ी के पलंग, खेती में उपयोग आने वाले अलग-अलग औजार की बिक्री हुई है। सूरजकुंड तालाब के समीप फूलमाला की दुकान लगाने वाले कोठवार गांव के रामू माली ने बताया कि लोगों ने सुबह 5 बजे से ही तालाब में स्नान ध्यान कर पूजा अर्चन शुरू कर दिया था मेला में 100 से अधिक फूल माला की बिक्री हुई है।ऐतिहासिक भादो छठ मेला हर वर्ष तीज त्यौहार के बाद आने वाले रविवार को लगता है लोगों में ऐतिहासिक सराय ख्वाजा बहादुर छठ मेला की लेकर बड़ी आस्था है लोक इस दिन सुबह से ही स्नान ध्यान कर पूजा अर्चन करते हुए मेले में भाग लेते हैं।
डायवर्जन के चलते भीड़ पर हो पाया नियंत्रणा
करंजाकला। सरायख्वाजा ऐतिहासिक भादो छठ मेला के अवसर पर भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए तथा लोगों को जाम से राहत दिलाने के लिए प्रशासन द्वारा जगह-जगह बैरिकेडिंग करके रूट डायवर्जन किया गया था जौनपुर-शाहगंज मार्ग पर स्थित सिद्धिकपुर तिराहे से रूट डायवर्जन कर लोगों कोरिडिहा होते हुए अपने गंतव्य तक यात्रा करना पड़ा इस बीच यात्रियों को लंबी दूरी का सामना करके अपनी यात्रा पूरी करनी पड़ी, रूट डायवर्जेंट के चलते सिद्धिकपुर जमुआही मार्ग पर दिनभर बड़े वाहनों तथा छोटे वाहनों की कतार लगी रही लोगों ने कई किलोमीटर अधिक चलकर अपने गंतव्य तक यात्रा पुरी की।
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