नया सवेरा नेटवर्क
सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न
खुटहन जौनपुर। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में हुई जबरदस्त बारिश का तेज असर गोमती नदी में साफ दिखाई देने लगा है। पिछले चौबीस घंटे के भीतर छह तटवर्ती गांवों के दर्जनों किसानों की सौ बीघे से अधिक धान की फ़सल जलमग्न हो गई है। इसमें बीस एकड़ से अधिक फसलें पानी में डूब चुकी हैं। जिसको लेकर किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। ााहपुर सानी गांव में गोमती नदी से निकला मोहारेबीर नाले में शुक्रवार की सुबह तक नदी का पानी आना शुरू हो गया था। नदी का पानी इतना तेजी से बढ़ रहा है कि चौबीस घंटों के भीतर सैकड़ों बीघा फसल को अपनी आगोश में ले लिया। शाहपुर सानी, अहियापुर, गढ़ा गोपालापुर,बड़ेरी,सियरावासी, महमदपुर,गुलरा आदि गांवों के किसानों को चिंता सताने लगी है कि यदि बढ़ाव ऐसे ही रहा तो खून पसीने से कमाई गई फसलो को बचा पाना मुश्किल हो जायेगा। यही हाल रहा तो रिहायशी बस्तियों तक पानी पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। किसान उस भयावह स्थिति की कल्पना मात्र से परेशान हैं। पानी इसी गति से बढ़ता रहा तो रविवार तक नाले की पुलिया के पास बना रमाशंकर यादव इंटर कालेज में भी प्रवेश कर जायेगा। गांवों के किसान हर्षू पाठक, गिरजा याद,शंकर सिंह,मुरारी मिश्रा, रमाशंकर यादव, अमरनाथ तिवारी, लालबहादुर यादव आदि किसान फसलों की सुरक्षा को लेकर परेशान हैं। किसानों का आरोप है कि फसले डूब जाने के बाद भी प्रशासनिक अमले का कोई जिम्मेदार किसानों की सुध लेने मौके पर नहीं आया।
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