नया सवेरा नेटवर्क
बरसठी जौनपुर। मां बनना किसी भी विवाहित महिला के लिए सबसे बड़े सौभाग्य की बात होती है। इसके लिए वह तमाम तरह के धार्मिक एवं चिकित्सकीय प्रयत्न भी करती है। एक बच्चे को जन्म देना उसके लिए सुकून भरा क्षण होता है। एक निर्दयी मां ने अपने ही कोख से पैदा हुए नवजात शिशु (कन्या) को दस फिट सूखे कुए में फेंक दिया। लोगो ने बताया कि देखने से यह प्रतीत हो रहा है कि कन्या को जन्म देने के एक दिन बाद ही लावारिस फेंकने वाली किसी महिला ने मां की ममता को भी शर्मसार कर दिया है। इंसानियत को झकझोर देने वाली यह घटना बरसठी थाना क्षेत्र के बड़ेरी बड़कापुरवा गांव की है। बताया जा रहा है कि, गांव निवासी उदयराज पाठक के यहां से कुछ लड़के सुबह खेतो में गाय चराने गए थे इसी दौरान नवजात शिशु के जोर-जोर रोने की आवाज़ सुनकर एकत्रित हुए लोगो ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पीआइबी 112 नंबर पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से किसी तरह उसे सही सलामत बाहर निकाल लिया। जहां गांव निवासी उदयराज पाठक की पत्नी शिवदेवी ने बच्ची को नहला धुलाकर साफ कपड़े में लपेट उसे मां की गोद मंे सुरक्षित होने का अहसास कराया। उसे चिकित्सक से सलाह लेकर दूध-दवा देकर नवजात का पालन-पोषण के लिए पुलिस से मांग लिया। नवजात को देखने के लिए मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और उनके बीच कन्या अपने दोनो पैरों को उठा-उठा कर गोद में खिल-खिलाकर मुस्कुराते हुए खेल रही है। मौके पर जमा भीड़ में हर कोई निर्दयी मां को कोस रहा था, जिसने एक दिन के मासूम कन्या को कुंए मे फेंक लावारिस छोड़ दिया तो कोई उसकी मजबूरी और शर्मसार करने देने वाली कृत्य पर चिंता जता रहा था। फिलहाल घटना की चर्चा पूरे क्षेत्र में जोरों पर है।
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