नया सवेरा नेटवर्क
बरेली। बरेली में जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी तक के सफर में साथ रहने वाले डॉक्टर दिनेश जौहरी का आज शुक्रवार 22 सितंबर 2023 को लगभग 80 वर्ष की आयु में बरेली में निधन हो गया। उनके पुत्र राहुल जौहरी पूर्व चेयरपर्सन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अनुसार शनिवार को बरेली में ही उनका अंतिम संस्कार होगा।
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डॉ दिनेश जौहरी एक मिलनसार व्यक्तित्व के धनी रहे। उन्होंने डॉक्टर से स्वास्थ्य मंत्री तक का सफर तय किया। डॉ दिनेश जौहरी के नैनीताल रोड कुतुबखाना के पास उनका क्लीनिक था। जिस पर मुस्लिम समाज के रोगियों की अधिक भीड़ रहती थी। डॉ दिनेश जौहरी राजनीति में आने से पूर्व बरेली में आई एम ए एवम जेसीज क्लब के पदाधिकारी भी रहे। अमर उजाला से भी उनका एजेंसी संबंधी कुछ व्यापारिक जुड़ाव रहा। आपातकाल के दौरान ही राजनीति में सक्रिय हुए। 1980 में बनी भारतीय जनता पार्टी में वर्ष 1984 में बरेली में भारतीय जनता पार्टी की इकाई के शहर अध्यक्ष बन कर पार्टी को अलग पहचान दिलाई । वर्ष 1985 में ही पार्टी का टिकट पर बरेली शहर विधान सभा से चुनाव लड़ कर उस समय के कांग्रेस के दिग्गज नेता मंत्री रहे राम सिंह खन्ना को पराजित कर भारतीय जनता पार्टी का परचम बरेली में लहराया। राम मंदिर आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई। राजनीति के पुरोधा बरेली शहर की राजनीति के सशक्त स्तंभ दिनेश जौहरी 1991 में कल्याण सिंह सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रहे। तीन बार विधायक रहे। किसी कारण उन्हें कल्याण सिंह मंत्रिमंडल से उनकी बेटी की शादी से दो दिन पहले हटाया भी गया था। जिसके बाद डॉ दिनेश जौहरी ने मेरी गलती क्या है पूछते पूछते बाद में मुलायम सिंह की समाजवादी पार्टी को अपना लिया। कुछ समय बाद ही दिनेश जौहरी ने अपनी भूल समझ कर समाजवादी पार्टी को भी छोड़ दिया। और फिर बीजेपी में आ गए। उनका बीजेपी के चाणक्य वीरेंद्र वर्मा एडवोकेट सांसद संतोष कुमार गंगवार से गहरा लगाव रहा। बीजेपी बरेली के पूर्व अध्यक्ष रहे अजय अग्रवाल सराफ के अनुसार दिनेश जौहरी ने बरेली के कई डॉक्टरों एवम व्यापारियों को पार्टी से जोड़ा।


दिनेश जौहरी बरेली में कायस्थ समाज के संगठनों से जुड़ कर उनके कार्यक्रमों में सक्रिय रहे। पिछले 2022 के विधान सभा चुनाव में उनके पुत्र राहुल जौहरी ने भी बीजेपी की बरेली सीट से डॉ अरुण कुमार के रहते टिकट मांगा था। पर बाद में बीसलपुर रोड पर एक हाल में कायस्थ समाज के एक कार्यक्रम में डॉक्टर दिनेश जौहरी ने अपने पुत्र की दावेदारी को वापस लिया था। डॉ जौहरी के निधन पर मानव सेवा क्लब, आ भारतीय साहित्य परिषद सहित कई संस्थाओं ने भावपूर्ण श्रद्धा सुमन व्यक्त किए।
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