नया सवेरा नेटवर्क
ओडिशा के बालासोर में एक भीषण ट्रेन हादसा हुआ था. इस हादसे के तीन आरोपियों के खिलाफ शनिवार को सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की है. ये तीनों आरोपी रेलवे कर्मचारी हैं, जिन्हें पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इस हादसे में लगभग 280 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी और कई सौ घायल हुए थे. तीन रेलवे कर्मचारियों अरुण कुमार महंत, मोहम्मद अमीर खान और पप्पू कुमार पर गैर इरादतन हत्या और सबूत नष्ट करने का आरोप लगाया गया है. इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 304, 201 और रेलवे एक्ट 1989 सेक्शन 153 के तहत सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की.
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बहनागा बाजार स्टेशन के पास लेवल क्रॉसिंग गेट नंबर 94 पर मरम्मत का काम अरुण कुमार महंत द्वारा एलसी गेट नंबर 79 के सर्किट डायग्राम का इस्तेमाल करके किया गया था. आरोपी का काम यह सुनिश्चित करना था कि मौजूदा सिग्नल और इंटरलॉकिंग इंस्टॉलेशन की टेस्टिंग, ओवरहालिंग अप्रूव्ड प्लान के अनुसार हो, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया.
इस साल 2 जून को तीन ट्रेनें टकरा गई थीं. दरअसल, कोरोमंडल एक्सप्रेस मेन लाइन से लूप लाइन पर चली जाने की वजह से बालासोर के बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिसके कई डिब्बे पटरी से उतरकर एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए थे. वहीं, डाउन लाइन से आ रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस के पिछले हिस्से के कुछ डिब्बे कोरोमंडल एक्सप्रेस के बोगियों से टकरा गए थे. हादसा इतना भीषण था कि कई शवों की शिनाख्त तक नहीं हो सकी थी.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बहनागा गांव का किया था दौरा
इस हादसे के बाद केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बहनागा बाजार का दौरा किया था. इसके बाद उन्होंने कहा था कि हादसे के बाद मदद करने के लिए बहानागा बाजार के लोग आगे आए. जिस तरह से उन्होंने रेलवे और प्रशासन के साथ काम किया, वह उल्लेखनीय था. रेल मंत्री ने बहनागा गांव के लोगों को धन्यवाद दिया था. उन्होंने आगे कहा था कि बहनागा अस्पताल के विकास कार्यों के लिए 1 करोड़ आवंटित किए गए और गांव व आसपास के गांवों के विकास के लिए 1 करोड़ आवंटित किए गए. कुल राशि का आधा हिस्सा सांसद निधि द्वारा और आधा हिस्सा भारतीय रेलवे द्वारा आवंटित किया गया.
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