जौनपुर: कर्बला के प्यासे शहीदों की याद में हुई शब्बेदारी | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
- रातभर अंजुमनों ने किया नौहा मातम, जुटे अज़ादर
जौनपुर। नगर से सटे प्यारेपुर गांव में अंजुमन पैगामे हुसैनी की जानिब से विगत वर्षो की भांती इस वर्ष भी कर्बला के प्यासे शहीदों की याद में शनिवार क ी देर रात शब्बेदारी में पूरी रात कर्बला के बहत्तर शहीदों की शहादत पर मातमी अंजुमनों ने नौहे पढ़ते हुए मातम किया।
मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना जाफर खान सुल्तानपुरी ने कहा कि इमाम को अल्लाह ने बनाया, वो अल्लाह के हुक्म से हेदायत करते हैं अपनी मर्जी से हेदायत नहीं करते हैं। आदम को अल्लाह ने बनाया था बंदों ने नहीं। मौलाना ने कहा कि अल्लाह के बनाए हुए की पहचान ये है कि फरिश्ते उसके आगे झुक जाएं। अलविदायी मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना अंबर खान ने कर्बला के मैदान में इमाम हुसैन व उनके साथियों की शहादत का बयान किया। इमाम हुसैन के छ: माह के बेटे हजरत अली असगर की शहादत के ज़िक्र पर लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़ा।
इस दौरान अंजुमन पैगामे हुसैनी तिघरा, अंजुमन सज्जादिया मुफ्ती मोहल्ला, अंजुमन हैदरिया कुरापट्टी, अंजुमन गुलशने इस्लाम बाजार भूआ, अंजुमन अज़ाए हुसैन बबरखा, अंजुमन असगरिया पुरानी बाजार ने नौहा वा मातम किया। सोजखानी सैय्यद गौहर अली जैदी, पेशखानी तनवीर जौनपुरी एवं एहतिशाम जौनपुरी एवं निजामत शायर हसन वास्ती एवं मौलाना शहंशाह मिर्जापुरी ने किया। इस मौके पर सैयद मोहम्मद जहूर मित्तन, सैयद कौसर अली, सैयद शहज़ाद हुसैन, सैयद हैदर अली, सैयद जुल्फिकार अली, सैयद बशीर हसन अमन, सैयद नबी हसन, सैयद अब्बास अली, सैयद हसन रज़ा, सैयद नवाब हुसैन, सैयद हसनैन, सैयद मोनू सहित अन्य अज़ादरा मौजूद रहे।