जौनपुर: एसडीएम ने जल भरने के स्थल का किया निरीक्षण | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
सावन में पिलकिछा घाट से सैकड़ों कांवड़ियां भरते हैं जल
खुटहन जौनपुर। श्रवण मास शुरू होते ही जलाभिषेक के लिए रवाना होने वाले स्थलों की ब्यवस्था सही किए जाने को लेकर प्रशासन ने कवायद शुरू कर दिया है। गुरु वार को उप जिलाधिकारी शाहगंज गोमती नदी के पिलकिछा घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने नाव में बैठकर भी घाट को बारीकी से देखा। मालूम हो कि इस पवित्र घाट से श्रवण मास में सैकड़ों श्रद्धालु स्नान व जल भरकर जलाभिषेक को रवाना होते हैं। एसडीएम ने घाट के अवलोकन के बाद बताया कि घाट तक आने का रास्ता सही किए जाने,बरसात के चलते घाट पर मिट्टी का काफी कटाव हो गया है। जिसके चलते नदी से जल लेने में कठिनाई होगी। जिसे समतल कर सीढ़ीदार बनाने, कांवडि़यों की सुरक्षा हेतु नाव सहित नाविकों की ब्यवस्था कराए जाने का आदेश बीडीओ को दिया गया है। रविवार से पूर्व सभी कार्य पूरे कर लिए जायेंगे। जिससे कांवड़ यात्रियों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि नदी में बहाव बहुत तेज है। इस लिए सभी श्रद्धालु अत्यधिक उत्साह में गहरे पानी तक न जायें।
![]() |
| Advt |

%20%20Katghara,%20Sadar,%20Jaunpur%20%20PRESIDENTFOUNDER%20DR.%20SURYA%20BHAN%20YADAV%20U.S.A.%20%20CBSE%20Affi.%20No.%202132420%20School%20Code%2070663%20%20The%20Academy%20Runby%20America.jpg)
%20Jaunpur%20%20%E0%A4%95%E0%A4%AE%E0%A4%B2%E0%A4%BE%20%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%B9%E0%A4%B0%E0%A5%82%20%E0%A4%87%E0%A4%82%E0%A4%9F%E0%A4%B0%20%E0%A4%95%E0%A5%89%E0%A4%B2%E0%A5%87%E0%A4%9C%20%20%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A5%E0%A4%AE%20%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%96%E0%A4%BE%20%E0%A4%85%E0%A4%95%E0%A4%AC%E0%A4%B0%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0-%E0%A4%86%E0%A4%A6%E0%A4%AE%20(%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%9F%20%E0%A4%B6%E0%A5%80%E0%A4%A4%E0%A4%B2%E0%A4%BE%20%E0%A4%9A%E0%A5%8C%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%82%20%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%AE)%20%E0%A4%9C%E0%A5%8C%E0%A4%A8%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%20%20%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%AF%20%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%96%E0%A4%BE%20%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%80%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%B9%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%BE%20(%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%9F%20%E0%A4%9C%E0%A4%AE%E0%A5%80%E0%A4%A8%20%E0%A4%AA%E0%A4%95%E0%A4%A1.jpg)
