मुंबई : भोजपुरी के शेक्सपियर को कवियों ने दी आदरांजलि | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
मुंबई । बहुमुखी प्रतिभा के धनी समर्थ लोक कलाकार,रंगकर्मी,लोक जागरण के सन्देश वाहक,लोक गीत,भजन कीर्तन के अनन्य साधक,भोजपुरी के शेक्सपियर कहे जाने वाले नाट्य कलाकार भिखारी ठाकुर का जन्म 18 दिसम्बर 1887 को हुआ। उनका जन्म तत्कालीन ब्रिटिश राज के बंगाल राज्य ( वर्तमान बिहार) के छपरा जिले में एक छोटे से गाँव कुतुबपुर में हुआ था। उनका स्वर्गवास 10 जुलाई 1971 को हुआ। वह एक सामान्य नाई,सैन परिवार से थे।मुंबई से लेकर भारत के सभी प्रदेशों के समाजसेवियों एवं साहित्यकारों ने अपनी उपस्थिति देकर ऐसे महान कलाकार को आदरांजलि दी तथा कवि सम्मेलन का रुप देकर उन्हें याद किया।उक्त कार्यक्रम के मार्गदर्शक माथुरकर जबलपुरी, पवन कुमार पवन-शामली,एडवोकेट अनिल शर्मा-मुंबई ,आर एल वर्मा-कल्याण तथा आयोजक शिक्षाविद दीपक शर्मा वाराणसी रहे।संचालन राष्ट्रीय कवि एवं पत्रकार विनय शर्मा दीप- मुंबई ने की। भिखारी ठाकुर के जीवनी पर शिक्षाविद दीपक शर्मा ने बखूबी प्रकाश डाला।उपस्थित समाजसेवियों एवं कवियों में रविंद्र शर्मा दीप,हरिकेश शर्मा नंदवंशी,हरिशंकर शर्मा नंदवंशी,प्रदीप कुमार शर्मा नंदवंशी,संतोष नि. शर्मा-कल्याण, मनोज कुमार शर्मा,अमरनाथ शर्मा,गंगेश शर्मा, सुखराम शर्मा सागर रायबरेली,संतोष शर्मा ठाणे, विनोद कुमार शर्मा ठाणे,विक्रांत कुमार शर्मा एवं गौड़ जी प्रमुख रहे।सभी ने अपने अपने शब्दों में श्रद्धांजलि दी और अंत में समूह संचालक हरिकेश शर्मा नंदवंशी ने समूह बनाने के पीछे क्या उद्देश्य है उसे सभी के समक्ष रखा।
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