वाराणसी: चित्रकला की जड़ है रेखांकन : प्रो. विलास | #NayaSaveraNetwork
नया सवेरा नेटवर्क
वाराणसी। बीएचयू के दृश्य कला संकाय के चित्रकला विभाग में मंगलवार को विश्वविख्यात कलाकार प्रो. विलास तोनापे का दूसरे दिन का व्याख्यान हुआ। उन्होंने कई राज्यों से आए 200 से ज्यादा विद्यार्थियों और कलाकारों को मानव चित्रण की बारीकियां बताईं और उनके सामने एक छात्रा का चित्र भी बनाकर दिखाया। विभागाध्यक्ष डॉ. उत्तमा दीक्षित के संयोजन में इस दो दिवसीय व्याख्यान के पहले दिन प्रो. विलास ने पोट्रेट की बारीकियां बताई थीं।
मंगलवार के व्याख्यान के दौरान उन्होंने बताया कि चित्रकला की किसी भी विधा में पारंगत होने के लिए रेखांकन में कुशल होना जरूरी है। रेखांकन के दौरान कैनवास की सीमाओं और चित्र के आकार और अनुपात को ध्यान में रखना सबसे अहम है। उन्होंने मानव चित्रण में संयोजन और रंग सिद्धांत की जानकारी दी। अमेरिका के मेथाडिस्ट विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने चित्र में तैलरंग, एक्रेलिक रंग एवं जलरंग की बारीकियों को समझाया।
इसके बाद उन्होंने विद्यार्थियों को स्वयं की रचनाओं के मूल्यांकन के तरीके भी सिखाए। कार्यशाला के दौरान विभाग में बीएचयू व अन्य विश्वविद्यालयों के साथ ही पटना, रांची और प्रयागराज से आए छात्र और कलाकार भी रहे। व्याख्यान के दौरान इन विद्यार्थियों ने रंग संयोजन और रेखांकन से जुड़ी अपनी जिज्ञासाएं शांत की। प्रो. विलास ने विद्यार्थियों से अपने कला जीवन के कुछ अनुभव भी साझा किया। दो दिवसीय व्याख्यान का संचालन डॉ सुरेश चंद्र जांगिड़ ने किया।