नया सवेरा नेटवर्क
महाराष्ट्र की राजनीति में हर घंटे नया बदलाव देखने को मिल रहा है. सुबह तक ऐसा अंदेशा था कि राज्य में भाजपा की काट के लिए उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की जोड़ी एक हो सकती है. लेकिन शाम होते-होते एक नया डेवलेपमेंट हुआ है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने शुक्रवार शाम को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से वर्षा बंगले में मुलाकात की है.
यह अभी एक औपचारिक मुलाकात बताई जा रही है, लेकिन इसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में जिस तरह के राजनीतिक घटनाक्रम हुए हैं, उसके बाद राज ठाकरे पर हर किसी की निगाहें थीं. बता दें कि राज ठाकरे की पार्टी के पास सिर्फ एक ही विधायक है.
संजय राउत के बयान से हुई थी चर्चा
शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को ही ऐसा संकेत दिया था कि उद्धव और राज ठाकरे का एक होना संभव है. एनसीपी के दो गुटों में बंटने के बाद राजनीतिक हालात राज्य में तेजी से बदल गए थे, ऐसे में कयास लग रहे थे कि राजनीतिक उथलपुथल की इस स्थिति में दो बिछड़े भाई उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक हो सकते हैं.
संजय राउत ने इसी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि उद्धव और राज भाई हैं, वह दोनों कभी भी मुलाकात कर सकते हैं उसके लिए किसी बिचौलिए की जरूरत नहीं है. शिवसेना सांसद ने कहा था कि मेरी राज ठाकरे से जो दोस्ती है, वो जगजाहिर है. ऐसे में इस मसले में कोई अधिक कहने वाली बात नहीं है.
महाराष्ट्र में क्या है राजनीतिक हालात
अगर राज्य के मौजूदा हालात देखें तो अजित पवार ने एनसीपी के कई विधायकों को अपने साथ लेकर भाजपा-शिंदे सरकार ज्वाइन कर ली. अजित पवार राज्य में डिप्टी सीएम बने, उनके इस फैसले से एनसीपी दो गुटों में बंटी और विपक्ष की एकता को बड़ा झटका लगा.
अब शिवसेना के दो गुटों में जिस तरह की लड़ाई चल रही है, वही लड़ाई एनसीपी के दो गुटों में जारी है. जो महाराष्ट्र से लेकर अदालत तक जारी है, आने वाले दिनों में ये लड़ाई कहां तक जाती है इसपर हर किसी की नज़रें टिकी हैं.
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