नया सवेरा नेटवर्क
प्रयागराज। रानी रेवती देवी इंटर कॉलेज राजापुर में आयोजित रंग कार्यशाला के तीसरे दिन शनिवार को ललित कला के तीन धुरंधरों को एक साथ पाकर छात्र उत्साहित रहे। शास्त्रीय नृत्यांगना हिमानी रावत ने नयन मुद्राओं, हस्तमुद्राओं तथा आंगिक संचालन के विभिन्न आयामों की विस्तृत व्याख्या की। चित्रकार रवीन्द्र कुशवाहा ने रंगकर्म में प्रकाश डिजायन, सेट डिजायन तथा रंग परिधान में रंगों के उपयोग का महत्व समझाया।
उन्होंने आकस्मिक रंगसंवाद के एक दृश्य के विभिन्न रस और भाव को कैनवास पर उकेर दिया। रंग चिंतक अजामिल व्यास ने कहा कि बिना रंग तत्व के मूल अवयवों से परिचित हुए रंगकर्म विलासिता हो सकती है पर साधना नहीं। संयोजक शैलेश श्रीवास्तव ने अतिथियों का परिचय कराया।
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