नया सवेरा नेटवर्क
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में वंडर्स: होल्डिंग हैंड्स बाय एलुमनी पर चल रही सात दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का रविवार को समापन हुआ। इ
समें चौदह वक्ताओं ने विभिन्न विषयों पर चर्चा की। मनोवैज्ञानिक ज्ञान के भारतीय प्रतिमान, भगवद गीता, अनुसंधान और प्रायोगिक डिजाइन, व्यक्तित्व, संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा, कारक विश्लेषण, स्मृति और विस्मृति के विशेषज्ञ शामिल रहे।
कार्यशाला के अन्तिम दिन प्रथम सत्र में डॉ. रिद्धिमा शुक्ला ने कारक विश्लेषण पर कहाकि कारक विश्लेषण एक सांख्यिकीय पद्धति है। जिसका उपयोग अंतर्निहित अव्यक्त चर, या कारकों की पहचान करने के लिए किया जाता है। दूसरे सत्र में डॉ. जया भारती ने कोहोर्ट एंड टाइम सीरीज एनालिसिस पर अपनी बात रखी।
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